मेरठ, 8 मई 2022: सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का 10 मई को मेरठ आने का कार्यक्रम है। क्रांति दिवस मुख्यमंत्री के प्रस्तावित मेरठ आगमन के कार्यक्रम की तैयारियों का शनिवार शाम को ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेंद्र तोमर ने कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह और आइजी प्रवीण कुमार के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ उन सभी स्थानों का निरीक्षण करके तैयारियां देखीं जहां जहां मुख्यमंत्री का जाना प्रस्तावित है। कमिश्नर ने बताया कि 10 मई को ही मेला नौचंदी शुरू होगा। मुख्यमंत्री मेला स्थल पर पहुंचकर वहां कराए गए सुधार कार्यों, इंटरलाकिंग टाइल्स की सड़कों का भी लोकार्पण कर सकते हैं। वहीं सीएम योगी के मिनट टू मिनट कार्यक्रम को मुख्यमंत्री कार्यलय भेजा गया है।
तैयारियां जल्द पूरीकरने का निर्देश
कमिश्नर सुरेन्द्र सिंहने बताया किपुलिस लाइन मेंहेलीपैड तक केमार्ग को ठीककरने, इंटरलाकिंग टाइल्सबिछाने का निर्देशदिया गया। सभीस्थानों पर कार्यक्रमकी तैयारियां जल्दसे जल्द पूरीकरने का निर्देशदिया। उन्होंने बतायाकि मुख्यमंत्री मंडलीयसमीक्षा करेंगे। जिसमें मेरठजनपद के अधिकारीमौजूद रहेंगे जबकिअन्य जनपदों केअफसर वीडियो कांफ्रेंसिंगकी मदद सेजुड़ेगे। कमिश्नर ने बतायाकि 10 मई कोही मेला नौचंदीशुरू होगा।
मुख्यमंत्री मेला स्थलपर पहुंचकर वहांकराए गए सुधारकार्यों, इंटरलाकिंग टाइल्स कीसड़कों का भीलोकार्पण कर सकतेहैं। इस दौरानडीएम दीपक मीणा, सीडीओ शशांक चौधरीसमेत सभी विभागोंके अफसर मौजूदरहे। क्रांति दिवसके अवसर परशहीद स्मारक परक्रांति के अमरबलिदानियों को श्रद्धासुमन अर्पित करनेके लिए मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ काआगमन अब तयहो गया है।उनका मेरठ दौरेका आधिकारिक कार्यक्रमआ गया है।
रिपोर्ट तैयार करनेको कहा
सीएम योगीके दस मईको मेरठ आगमनको देखते हुएजिला प्रशासन पूरीतैयारियों में जुटाहुआ है। जहांसभी विभाग अपनीविभागीय समीक्षा के लिएरिपोर्ट तैयार करने मेंजुटे हैं, वहींशहीद स्मारक परमरम्मत व साफ-सफाई काकार्य जोरों परहै। इस बीचकमिश्नर सुरेंद्र सिंह नेकहा 10 मई कोमुख्यमंत्री का आगमनहो सकता है, ऐसे में सभीविभागों को अपनीतैयारी पूरी रखनीहोगी। मुख्यमंत्री योगीआदित्यनाथ के आगमनकी चर्चाओं नेतमाम विभागों केअधिकारियों की नींदउड़ा दी है।
10 मई कोमुख्यमंत्री मेरठ आसकते हैं औरकानून व्यवस्था औरविकास कार्यों कीसमीक्षा कर सकतेहैं। ऐसे मेंसभी विभागों कोअपनी योजनाओं कीप्रगति को लेकररिपोर्ट तैयार करने केलिए कहा गयाहै। लेकिन अधिकांशविभागों की योजनाओंअटकी हुई है।जिस कारण अधिकारियोंको रिपोर्ट तैयारकरने में पसीनाछूट रहा है।अधिकारी वित्त वर्ष सेपहले हुई प्रगतिको ही अपनीरिपोर्ट में शामिलकर विकास कीगति को आगेबढ़ा रहे हैं।
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