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डिब्रूगढ़, 28 अप्रैल 2022 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा के साथ डिब्रूगढ़ के खनिकर मैदान में एक कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को सात अत्याधुनिक कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन किया और सात नए कैंसर अस्पतालों की आधारशिला रखी। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज असम में 7 नए कैंसर अस्पतालों का उद्घाटन हुआ है। एक जमाना था, सात साल में एक अस्पताल भी खुल जाता था तो जश्न की बात होती थी। समय अब बदल गया है। मुझे बताया गया है कि कुछ महीनों में 3 और कैंसर अस्पताल आपकी सेवा के लिए तैयार हो जाएंगे। अस्पताल आपकी सेवा में हैं लेकिन अगर ये नए अस्पताल खाली रहेंगे तो मुझे खुशी होगी; मैं आपके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं। हमारी सरकार ने योग, फिटनेस, 'स्वच्छता' के साथ निवारक स्वास्थ्य देखभाल पर भी ध्यान केंद्रित किया है। देश में नए टेस्टिंग सेंटर खुल रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि असम ही नहीं, नॉर्थ-ईस्ट में कैंसर एक बहुत बड़ी समस्या रही है। इससे सबसे अधिक प्रभावित हमारा गरीब होता है, मध्यम वर्ग का परिवार होता है। कैंसर के इलाज के लिए कुछ साल पहले तक यहां के मरीज़ों को बड़े-बड़े शहरों में जाना पड़ता था। गरीब और मिडिल क्लास की इस परेशानी को दूर करने के लिए बीते 5-6 सालों से जो कदम यहां उठाए गए हैं, उसके लिए मैं सर्बानंद सोनोवाल जी, हिमंता जी और टाटा ट्रस्ट को बहुत साधुवाद देता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी सरकार ने सात चीजों- या स्वास्थ के सप्तऋषियों पर बहुत फोकस किया है। पहली कोशिश ये है कि बीमारी की नौबत ही नहीं आए। इसलिए Preventive Healthcare पर हमारी सरकार ने बहुत जोर दिया है। ये योग, फिटनेस से जुड़े कार्यक्रम इसलिए ही चल रहे हैं। दूसरा, अगर बीमारी हो गई तो शुरुआत में ही पता चल जाए। इसके लिए देश भर में लाखों नए टेस्टिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं। तीसरा फोकस ये है कि लोगों को घर के पास ही प्राथमिक उपचार की बेहतर सुविधा हो। इसके लिए प्राइमरी हेल्थ सेंटरों को सुधारा जा रहा है। चौथा प्रयास है कि गरीब को अच्छे से अच्छे अस्पताल में मुफ्त इलाज मिले। इसके लिए आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं के तहत 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज भारत सरकार की तरफ से दिया जा रहा है। दूसरा, अगर बीमारी हो गई तो शुरुआत में ही पता चल जाए। इसके लिए देश भर में लाखों नए टेस्टिंग सेंटर बनाए जा रहे हैं।
हमारा पांचवा फोकस इस बात पर है कि अच्छे इलाज के लिए बड़े-बड़े शहरों पर निर्भरता कम से कम हो। इसके लिए हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर हमारी सरकार अभूतपूर्व निवेश कर रही है। साल 2014 से पहले देश में सिर्फ 7 एम्स थे। इसमें से भी एक दिल्ली वाले को छोड़ दें तो कहीं MBBS की पढ़ाई नहीं होती थी, कहीं OPD नहीं लगती थी, कुछ अधूरे बने थे। हमने इन सभी को सुधारा और देश में 16 नए एम्स घोषित किए। एम्स गुवाहाटी भी इन्हीं में से एक है। हमारी सरकार का छठा फोकस इस बात पर भी है कि डॉक्टरों की संख्या में कमी को दूर किया जाए। बीते सात साल में MBBS और PG के लिए 70 हजार से ज्यादा नई सीटें जुड़ी हैं।
हमारी सरकार ने 5 लाख से ज्यादा आयुष डॉक्टर्स को भी एलोपैथिक डॉक्टरों के बराबर माना है। हमारी सरकार का सांतवां फोकस स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटाइजेशन का है। सरकार की कोशिश है कि इलाज के लिए लंबी-लंबी लाइनों से मुक्ति हो, इलाज के नाम पर होने वाले दिक्कतों से मुक्ति मिले। इसके लिए एक के बाद एक योजनाएं लागू की गई हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र और असम सरकार चाय बगानों में काम करने वाले लाखों परिवारों को बेहतर जीवन देने के लिए पूरी ईमानदारी से जुटी है। मुफ्त राशन से लेकर हर घर जल योजना के तहत जो भी सुविधाएं हैं, असम सरकार उनको तेज़ी से चाय बगानों तक पहुंचा रही है।
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