इस्लामाबाद, 10 अप्रैल 2022 : इमरान खान के अपदस्थ होने के बाद पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे शहबाज शरीफ ने पद की शपथ लेने से पहले ही कश्मीर राग छेड़ा है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता शहबाज ने कहा है कि कश्मीर मसले के समाधान तक भारत के साथ शांति संभव नहीं है। जियो न्यूज के साथ बातचीत में शहबाज ने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता राष्ट्रीय सद्भव है। वह भारत के साथ शांति चाहते हैं, लेकिन कश्मीर समस्या को सुलझाए बिना यह शांति संभव नहीं है।
पाकिस्तान के लिए पसंदीदा मुद्दा है कश्मीर
शहबाज के इस बयान से साफ हो गया है कि वह भी पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्रियों की तरह कश्मीर मसले को लेकर विलाप करते रहेंगे। दरअसल, पाकिस्तान के राजनीतिक दलों के लिए ही नहीं, बल्कि वहां की शक्तिशाली सेना के लिए भी कश्मीर मसला दूसरे मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का अचूक हथियार है।
कश्मीर तो बहाना...
कश्मीर मसले के बहाने पाकिस्तानी सेना देश के बजट का एक मोटा हिस्सा झटक लेती है। इसलिए नेता से लेकर फौजी शासन तक कश्मीर मसले के जिंदा रखना चाहते हैं। इमरान खान ने भी कश्मीर मुद्दे को हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर जोरशोर से उठाया था, ये अलग बात है कि उनकी कहीं नहीं सुनी गई और हर मंच पर मुंह की खानी पड़ी थी।
लोगों के लिए काम करने वादा
शहबाज ने कहा कि वह देश में नए युग की शुरुआत करेंगे और पारस्परिक सम्मान को बढ़ावा देंगे। पीछे की बातों को भूलकर सरकार लोगों के भलाई के लिए बढ़ना चाहती है। किसी के साथ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। अर्थव्यवस्था में सुधार करके लोगों को राहत देने की कोशिश की जाएगी। भावी सरकार के बारे में उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं के परामर्श से कैबिनेट का गठन किया जाएगा।
नवाज पर कानून के हिसाब से कार्रवाई
अपने भाई और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की स्वदेश वापसी के बारे में उन्होंने कहा कि उनके मामले से कानून के हिसाब से निपटा जाएगा। हालांकि, माना जा रहा है कि शहबाज के नेतृत्व में नई सरकार के गठन के बाद नवाज शरीफ के खिलाफ सभी केस वापस ले लिए जाएंगे जिससे उनकी वापसी की राह आसान हो जाएगी। नवाज शरीफ इलाज के नाम पर इस समय लंदन में रह रहे हैं। इमरान सरकार ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया था।
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