लखनऊ, 1 मई 2022 : उत्तर प्रदेश में आजसे पेंशनर्स कीसभी दिक्कतें समाप्तहो रही हैं।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने ई-पेंशनपोटर्स का लोकार्पणकिया है। जिसपर अपना ब्यौराभर देने केबाद सरकारी कर्मीको रिटायरमेंट केबाद भुगतान तथाअन्य देय केलिए भटकना नहींपड़ेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथके निर्देश परऐसी व्यवस्था बनाईगई है किरिटायरमेंट के तीनदिन के अंदरही सभी सरकारीकर्मियों का पेंशनपेमेंट आर्डर जारी होनेके साथ हीउनके अन्य सभीभुगतान की प्रक्रियाभी समाप्त होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने लोक भवनमें श्रम दिवस (एक मई) केअवसर पर पेंशनव पेंशनर सेसंबंधित सेवाओं के प्रबंधनके लिए ई-पेंशन पोर्टल काशुभारम्भ किया। सीएम योगीआदित्यनाथ ने कहाकि इस तरहसुविधा देने वालादेश का पहलाराज्य है। उन्होंनेकहा कि उत्तरप्रदेश शासन नेआज ई-पेंशनपोर्टल https://epension.up.nic.in काशुभारंभ किया है।जिससे 11.5 लाख कार्मिकसीधे-सीधे लाभान्वितहोंगे। मुख्यमंत्री ने उन 1220 पेंशनरों के खातेमें पेंशन भेजीजो कि 31 मार्च 2022 को रिटायर हुए हैं।इसकी शुरुआत सेअब पेंशनर्स कोअपने सभी देयके लिए व्यर्थकी भागदौड़ नहींकरनी पड़ेगी। एकक्लिक पर उनकासारा ब्यौरा कोषागारमें मिलेगी। सरकारीकर्मचारी को रिटायरमेंटसे छह महीनेपहले इस ई-पेंशन पोर्टल परअपना आवेदन करनाहोगा।
मुख्यमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी की प्रेरणासे प्रदेश नेपांच वर्ष मेंतकनीक का अधिकाधिकउपयोग किया है।उसी का परिणामहै कि प्रत्येकक्षेत्र में परिवर्तनदेखने को मिलरहा है। ई-पेंशन पोर्टल इसीप्रक्रिया का एकहिस्सा है, ताकिआपके जीवन कोऔर सरल कियाजा सके। ई-पेंशन पोर्टल आनलाइनडैशबोर्ड से पूर्णरूप से अनुरक्षितहोगा। उत्तर प्रदेश, देश का पहलाराज्य होगा, जोअपने पेंशन धारकोंको यह सुविधाप्रदान करने जारहा है। अबपेंशन के लिएकिसी को भीभटकना नहीं पड़ेगा।उन्होंने कहा किहमने राज्य केकर्मचारियों की समस्याओंके समाधान कोलेकर कदम उठायाहै। तकनीक केउपयोग से व्यापकपरिवर्तन आया है।अब तो पेंशनधारकों की समस्याको दूर कियागया है। अबतो पेंशनर्स कोपरेशान नहीं होनापड़ेगा। पेंशन के लिएकिसी को भटकनानहीं पड़ेगा। अबतो पेपर लेसऔर कैशलेस प्रक्रियाहोगी। इन सभीका अब पेंशनभोगीनहीं पेंशनयोगी केरूप में सम्मानहोगा। मुख्यमंत्री नेकहा कि सेवानिवृत्तहोने वाले कर्मचारियोंने प्रदेश केविकास में अपनायोगदान दिया हैउन्हें मिलने वाली पेंशनउनके द्वारा प्रदेशके विकास औरकल्याण के लिएकिए गए कार्यका प्रतिफल हैइसलिए वह पेंशनभोगी नहीं पेंशनयोगी हैं।
अवनति की ओरले जाएगी नकारात्मकता : योगी आदित्यनाथ ने कहाकि मुझे लगताहै कि नकारात्मकताकभी भी व्यक्तिको उन्नति केशिखर पर नहींपहुंचा सकती, वो हमेशाव्यक्ति को अवनतिकी ओर लेजाएगी इसलिए अच्छीसोच हमेशा हमेंआगे बढ़ाती हैऔर उसी अच्छीसोच से सरकारने आपके लिएई-पेंशन पोर्टलभी लागू कियाहै। हमको समाजके लिए उपयोगीबनना होगा, अगरइस भाव केकाम होंगे तोसफलता निश्चित हीमिलेगी। इस अवसरपर मुख्यमंत्री नेसभी प्रदेशवासियों कोश्रम दिवस कीशुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ नेइस अवसर परकहा कि ई-पेंशन की यहसुविधा आगे पुलिसविभाग तथा छोटेहर अन्य विभागोंको भी मिलेगी।इसके साथ हीआगे चलकर मृतकआश्रितों की नौकरीके लिए भीऐसा ही आनलाइनपोर्टल बनाया जाएगा। मुख्यमंत्रीने कहा किहम समाज केपिछड़े वर्ग कोमुख्य धारा मेंलाने के प्रयासमें लगे हैं।इसी क्रम मेंहम प्रदेश केअंदर अनाथ औरश्रमिकों के बच्चोंके लिए 18 आवासीयविद्यालय खोलेंगे। जिससे कियह सभी अच्छीशिक्षा प्राप्त कर सकें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथके निर्देश परवित्त विभाग नेई-पेंशन पोर्टलका विकास कियाहै। इस पोर्टलके जरिये ऐसीव्यवस्था की गईहै कि सेवानिवृत्तहोने वाले राज्यकर्मचारियों का पेंशनपेमेंट आर्डर जारी होनेके बाद उनकीग्रेच्युटी तथा राशिकरणका भुगतान सेवानिवृत्तितिथि से अगलेतीन कार्यदिवसों मेंकर दिया जाएगा।इसके साथ ही, पेंशन प्रारंभ होनेकी तारीख कोपेंशनर के बैंकखाते में पेंशनका भुगतान आनलाइनकर दिया जाएगा।सचिव वित्त संजयकुमार के निर्देशपर सभी मंडलायुक्तऔर जिलाधिकारी ई-पेंशन पोर्टल केउद्घाटन कार्यक्रम से वीडियोकान्फ्रेंसिंग के माध्यमसे जुड़े थे।इनके साथ जिलेके मुख्य यावरिष्ठ कोषाधिकारी और जिलाकोषागार से पेंशनप्राप्त करने वाले 50-100 पेंशनरों की भीइस मौके परउपस्थिति थी। कार्यक्रममें उप मुख्यमंत्रीकेशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेशपाठक के साथवित्त एवं संसदीयकार्य मंत्री सुरेशकुमार खन्ना, मुख्यसचिव दुर्गा शंकरमिश्रा तथा अपरमुख्य सचिव सूचनानवनीत सहगल भीमौजूद थे।
पूरी व्यवस्थामानवीय हस्तक्षेप से रहित : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथने कहा किई-पेंशन पोर्टलईज आफ लिविंगकी दिशा मेंराज्य सरकार काएक और कदमहै। इसके जरियेपेंशन स्वीकृति कीपूरी प्रक्रिया सुगमहोगी। अभी तकराज्य कर्मचारियों कोअपने रिटायरमेंट केआखिरी छह महीनेमें पेंशन केकागजात पूरे करनेके लिए पापड़बेलने पड़ते थे।उन्हें शायद इसलिएबुरा नहीं लगताथा क्योंकि जानेअनजाने पेंशन स्वीकृति केलिए उन्होंने दूसरोंकर्मचारियों को भीपरेशान किया होगा।अब ई-पेंशनपोर्टल के माध्यमसे इस पूरीव्यवस्था को मानवीयहस्तक्षेप से रहितऔर कागज रहितबनाने के साथइसमें पेंशन स्वीकृतिके लिए किसीप्रकार के लेनदेनकी गुंजाइश खत्मकर दी गईहै। आने वालेसमय में रिटायरहोने वाले कर्मचारीको पेंशन केलिए परेशान नहींहोना पड़ेगा। रिटायरमेंटसे तीन माहपहले कर्मचारी कापेंशन पेमेंट आर्डरस्वीकृत हो जाएगा।मुख्यमंत्री ने कहाकि अगले चरणमें जुलाई मेंपुलिस, शिक्षा समेत अन्यविभागों को भीपोर्टल से जोड़ाजाएगा।
Power Crisis In UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
उप मुख्यमंत्रीकेशव प्रसाद मौर्यकी ओर सेदिए गए सुझावपर मुख्यमंत्री नेमुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र कोनिर्देश दिया किवह मृत कर्मचारियोंके आश्रितों कोदेयकों के भुगतानऔर मृतक आश्रितोंको नौकरी देनेके लिए भीइस तरह केपोर्टल को विकसितकरने की कार्यवाहीकरें।
इससे पूर्ववित्त मंत्री सुरेशकुमार खन्ना नेई पोर्टल केमाध्यम से पेंशनस्वीकृति की कार्यवाहीके बारे मेंजानकारी दी। उन्होंनेबताया कि रिटायरहोने वाले कर्मचारीको सेवानिवृत्ति सेछह महीने पहलेई पोर्टल परऑनलाइन आवेदन करना होगा।इसके बाद सारीजिम्मेदारी अधिकारियों की होगी।आहरण वितरण अधिकारीपेंशनर के आवेदनका अगले 30 दिनोंमें सत्यापन करेगाऔर उसे पेंशनपेमेंट ऑर्डर जारी करनेवाले अधिकारी कोफारवर्ड करेगा। पीपीओ जारीकरने वाला अधिकारीअगले 30 दिनों में पेंशनस्वीकृति का आदेशजारी करेगा। सारीप्रक्रिया निदेशक पेंशन कीदेखरेख में होगी।यदि कहीं कोईकमी या कोईआवश्यकता महसूस हुई तोपेंशनर को एसएमएसके जरिये इसकीसूचना दी जाएगी।रिटायरमेंट से तीनमहीने पहले पेंशनपेमेंट आर्डर स्वीकृत होजाएगा। सरकारी कर्मचारियों कोपेंशन से संबंधितसभी सेवाओं कोपूरी तरह सेडिजिटल मोड मेंकांटैक्टलेस, पेपरलेस और कैशलेसरूप से करानेके लिए आनलाइनपेंशन पोर्टल विकसितकिया गया है।इसमें व्यवस्था हैकि सेवानिवृत्त होनेवाले सरकारी कर्मचारीको अपनी सेवानिवृत्तिके छह माहपहले आनलाइन आवेदनकरना होगा।
ऐसे करेगाकाम : आनलाइन सेवापोर्टल epension.up.nic.in के तहतपीपीओ जारी होजाने के बादग्रेच्युटी, राशिकरण का भुगतानकार्मिक की सेवानिवृत्तितारीख के बादतीन कार्यदिवसों मेंहो सकेगा। तयतिथि पर पेंशनरके बैंक खातेमें पेंशन काभुगतान भी आनलाइनहो जाएगा। इसकेतहत कर्मचारी कोउसके लागिन आइडीबन जाने केएक महीने केअंदर यूनीक इम्प्लाईकोड और पंजीकृतमोबाइल नंबर काइस्तेमाल कर ई-पेंशन पोर्टल परप्रदर्शित हो रहेफार्म को आनलाइनभरना होगा। इसदौरान अपने सेवासंबंधी अभिलेख पोर्टल परअपलोड भी करसकते हैं। आहरणएवं वितरण अधिकारीसबमिट किये गएफार्म को वहएक महीने केअंदर पेंशन पेमेंटआर्डर जारी करनेवाले अधिकारी कोफारवर्ड करेगा। आहरण एवंवितरण अधिकारी सेपेंशन प्रपत्र प्राप्तहोने पर एकमहीने के अंदरपेंशन पेमेंट आर्डरजारी करने वालेअधिकारी की ओरसे पीपीओ जारीकर दिया जाएगा।पीपीओ जारी होनेके बाद ग्रेच्युटीतथा राशिकरण काभुगतान सेवानिवृत्ति तिथि सेअगले तीन कार्यदिवसोंमें तथा पेंशनप्रारंभ होने कीतारीख को पेंशनरके बैंक खातेमें पेंशन काभुगतान आनलाइन हो जाएगा।प्रथम भुगतान केलिए कोषागार मेंव्यक्तिगत उपस्थिति जरूरी नहींहोगी।
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