बिहार, 13 सितंबर 2023 : विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के सुप्रीमो मुकेश सहनी की संकल्प यात्रा के दौरान मंगलवार को बवाल मच गया। लोगों में लप्पड़-थप्पड़ से शुरुआत हुई और देखते ही देखते दनादन जूते-चप्पल बरसने लगे। मंच से वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी लड़ाई को रोकने की कोशिश करते रहे। इस हंगामे का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
विकासशील इंसान पार्टी एवं निषाद विकास संघ के तत्वाधान में निषाद आरक्षण संकल्प यात्रा निकाल रहे वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी नालंदा में एक सभा को संबोधित कर रहे थे।
इसी दौरान, बवाल मच गया। वहां मौजूद लोगों में पहले लप्पड़ और थप्पड़ चले। फिर दनादन चप्पल-जूते चलने लगे। मंच से मुकेश सहनी कहते रहे, अरे-अरे रुक जाइए, आपस में मत झगड़िए.. कोई उन्हें छुड़ाइए..., लेकिन लोग नहीं रुके। आखिरकार सहनी को अपना संबोधन रोकना पड़ा।
कुर्सी को लेकर मचा बवाल
दरअसल, मुकेश सहनी की सभा में आए लोगों को कई घंटों तक खड़ रहना पड़ा। इसी दौरान, एक कुर्सी को लेकर पहले दो लोगों में हाथापाई हुई, जो देखते ही देखते एक बड़े समूह के बीच जूते-चप्पल चलने की घटना बन गई।
नालंदा में सभा को संबोधित करते हुए मुकेश सहनी ने मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि साल 2024 लोकसभा चुनाव के पहले ही मोदी सरकार डर से निषाद के लिए आरक्षण लागू कर देगी। आज हम लोगों का आरक्षण छीनकर दूसरों को दे दिया गया।
'साफ करना होगा मोदी का चश्मा'
उन्होंने कहा कि समाज के कमजोर वर्गों की मदद करना अच्छी बात है। फिर चाहे वह किसी भी धर्म या जाति से हो। नरेंद्र मोदी को सभी को एक नजर से देखना चाहिए, लेकिन मोदी का जो चश्मा है, वह एक तरफ धुंधला हो गया है और दूसरी तरह साफ है।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने उच्च जाति के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण तो दे दिया गया, लेकिन बेलदार, निषाद, मल्लाह का बेटा आज उन्हें गरीब नजर नहीं आता है।
मुकेश सहनी ने कहा कि मोदी के चश्मे को साफ करने का समय आ गया है। अब हम लोगों ने तय कर लिया है कि आरक्षण नहीं तो गठबंधन नहीं। मुकेश सहनी ने कहा कि हम केवट की संतान हैं हम खुद अपनी नाव उस पार लगा देंगे।
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