मटौंध की मरौली बालू खदान अवैध खनन, ओवरलोडिंग के लिए कुख्यात
बांदा जिले की बालू खदानों से चरम सीमा पर चल रही ओवरलोडिंग थमती नजर नहीं आ रही। धड़ाधड़ कार्यवाहियों के बावजूद लाल बालू के काले कारोबारी इस गोरखधंधे से बाज नहीं आ रहे। ओवरलोडिंग का खेल कहीं सेटिंग गेटिंग से तो कहीं राजनैतिक प्रभाव से किया जा रहा है। गुरुवार को खनिज विभाग की टीम ने गिरवां थाना क्षेत्र की केन नदी की निहालपुर खदान में छापामार डेढ़ दर्जन ओवरलोड ट्रक पकड़े। सभी ट्रकों पर सीज कार्यवाही कर उन्हें गिरवां थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
गौरतलब हो कि जिले की केन, बागैन और यमुना नदी में बालू खनन पट्टे आवंटित किए गए थे। खनन पट्टों की आड़ में बालू माफियाओं ने प्रतिबंधित पोकलैंड मशीनों से नदी की कोख फाड़ डाली। रात-दिन इन बालू खदानों में जायज नाजायज खनन चलता आ रहा है। जून माह से खनन पट्टे बंद हो जाने हैं। इसको लेकर बालू माफिया इन नदियों का अधाधुंध तरीके से बालू दोहन कर रहे हैं।
ज्यादातर खदानों से बगैर रवन्ने के ओवरलोड ट्रक निकाले जा रहे हैं। इस नाजायज कारोबार के लिए मटौंध थाना क्षेत्र की मरौली खदान खंड संख्या-4 काफी कुख्यात है। वीपी कांस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड फर्म के खदान संचालक ने बालू खनन में सारी ताकत झोंक दी है। प्रतिबंधित मशीनों से जलधारा के अंदर से बालू निकाली जा रही है।
बताते हैं कि यह खनन पट्टा संचालक काफी प्रभावशाली हैं। अब तक इस खदान में प्रशासनिक छापामारी तक नहीं की गई है। यही वजह है कि मरौली खदान से बालू का नाजायज गोरखधंधा जमकर फलफूल रहा है।
कमोवेश यही हालत गिरवां थाना क्षेत्र में पड़ने वाली केन नदी की निहालपुर बालू खदान का भी है। मां जयंती प्राइवेट लिमिटेड के खनन पट्टाधारक मनीष गुप्ता ने खदान में ओवरलोडिंग की अंधेरगर्दी मचा रखी है। रोजाना खदान से सैकड़ों की तादात में बगैर रवन्ने के ओवरलोड ट्रक निकाले जाने की सूचना पर गुरुवार को खनिज अधिकारी सुभाष सिंह और खान निरीक्षक जितेन्द्र सिंह ने टीम के साथ खदान में छापा मारा। छापामार कार्रवाई से खदान में भगदड़ मच गई। तमाम चालक ट्रक खदान में छोड़कर फरार हो गए।
खनिज टीम ने मौके पर डेढ़ दर्जन ओवरलोड बालू लदे ट्रक पाए। इन सभी ट्रकों को सीजकर गिरवां थाना पुलिस के हवाले कर दिया गया। खनिज अधिकारी सुभाष सिंह ने बताया कि मरौली खंड संख्या-4 सहित कई और खदानों में ओवरलोडिंग और अवैध खनन की शिकायतें मिली हैं। इन खदानों मे भी छापामार कार्यवाही की जाएगी। नाजायज खनन और ओवरलोडिंग किसी भी सूरत में नहीं होने दी जाएगी।
संदीप तिवारी (संवाददाता) (बांदा)
टीम स्टेट टुडे
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