गोरखपुर, 23 अप्रैल 2022 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि बरसात से पहले नालों की सफाई के सभी कार्य हर हाल में पूर्ण कर लिए जाएं। जलभराव से निपटने के लिए किए जा रहे उपायों की समीक्षा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि रामगढ़ताल-तरकुलानी रेग्युलेटर की ड्रेजिंग कराई जाए, जिससे शहर का पानी रामगढ़ताल के रास्ते आसानी से निकल जाए। मुख्यमंत्री ने गोड़धोइया नाला की सफाई, असुरन नाला की रिमाडलिंग एवं अन्य नालों की सफाई की प्रगति भी पूछी।
अधिकारियों के साथ की बैठक
गोरखपुर दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी ने गोरखनाथ मंदिर में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर गोड़धोइया नाला की सफाई, असुरन नाला की रिमाडङ्क्षलग एवं अन्य नालों की सफाई की प्रगति भी पूछी। उन्होंने कहा कि इस बार बरसात में किसी भी कीमत पर जलभराव नहीं होना चाहिए। गोड़धोइया नाला को पक्का बनाने पर भी चर्चा हुई। उम्मीद है कि जल्द ही इस प्रस्ताव को शासन से हरी झंडी मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने खुले बाजार में गेहूं की कीमत के बारे में भी पूछते हुए निर्देश दिया कि अधिक से अधिक किसानों से खरीद की जाए। उन्हें बताया गया कि मंडल में 15 लाख से अधिक बोरे केंद्रों पर भेज दिए गए हैं। बैठक में प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, एडीजी जोन अखिल कुमार, मंडलायुक्त रवि कुमार एनजी, एसएसपी डा.विपिन ताडा, जीडीए उपाध्यक्ष प्रेमरंजन ङ्क्षसह, नगर आयुक्त अविनाश ङ्क्षसह, प्रभारी जिलाधिकारी/सीडीओ इंद्रजीत ङ्क्षसह आदि मौजूद रहे।
महंत प्रेमदास को श्रद्धांजलि देने के लिए गोरखपुर आए मुख्यमंत्री
गोरखनाथ स्थित श्रीराम जानकी हनुमान मंदिर के ब्रह्मलीन महंत प्रेमदास को श्रद्धांजलि देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर पहुंचे। महंत को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए संत-महात्मा से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम पूछा। करीब पौने दो घंटे बाद वह लखनऊ के लिए रवाना हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीराम जानकी हनुमान मंदिर के महंत प्रेमदास रामनवमी के दिन ब्रह्मलीन हुए थे। लगभग चार दशक से अधिक समय तक उन्होंने गोरखपुर में रहकर सनातन धर्म की सेवा की। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद मुख्यमंत्री कुछ देर गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित अपने आवास में रहे और फिर शाम पौने चार बजे लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
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