लखनऊ, 23 मई 2022 : विधान परिषद में सोमवार को निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के निधन पर शोक व्यक्त किया गया। सत्ता पक्ष व विपक्ष सभी ने एक स्वर में अहमद हसन के व्यक्तित्व की तारीफ की और कहा उनका प्रशासनिक व राजनीतिक दोनों ही कार्यकाल बेदाग व निष्कलंक था। नेता सदन स्वतंत्र देव सिंह ने अहमद हसन के निधन पर शोक प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि उन्होंने अपने सार्वजनिक जीवन में कोई भी दाग नहीं लगने दिया। उनके निधन से सदन का भी बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।
नेता विरोधीदल संजय लाठरने उनके निधनको राजनीति कीबहुत बड़ी क्षतिबताया। पूर्व उप मुख्यमंत्रीडा. दिनेश शर्माने अपने पांचसाल के अनुभवबताए और कहाकई बार उन्होंनेसत्ता पक्ष कोभी संकट सेउबारा है। उन्होंनेकहा कि जबवे नेता सदनथे तो कईबार विपक्ष कीसंख्या अधिक होनेके कारण संकटपैदा हो जाताथा।
ऐसे हीएक बार सत्तापक्ष और विपक्षएक मसले परअपने-अपने तर्कपर अड़े हुएथे, सदन मेंउस बिल कापास होना जरूरीथा। इसी बीचमैंने एक पर्चीलिखकर अहमद हसनके पास भेजीजिसमें इस मसलेका हल निकालनेके लिए कहाथा। उन्होंने उसीपर्ची पर लिखदिया कि हलओम प्रकाश शर्मानिकाल सकते हैं।इसके बाद ओमप्रकाश शर्मा को बीचमें डाला गयाऔर उनकी बातपर सभी सहमतहो गए।
नगर विकासमंत्री एके शर्माने कहा किउनके नेतृत्व मेंदृढ़ता बहुत थी।उनसे हमें बहुतकुछ सीखने कोमिला। नेता बसपादिनेश चन्द्रा, नेताकांग्रेस दीपक सिंह, अपना दल केआशीष पटेल, निषादपार्टी के संजयकुमार निषाद, जनसत्तादल लोकतांत्रिक केअक्षय प्रताप सिंह, शिक्षक दल केसुरेश कुमार त्रिपाठी, निर्दलीय समूह केराजबहादुर सिंह चंदेल, शतरुद्र प्रकाश, देवेन्द्र प्रतापसिंह, मोहसिन रजा, राजपाल कश्यप, हरी सिंहढिल्लो, नरेश उत्तमपटेल, डा. जयपालसिंह व्यस्त, डा. महेन्द्र सिंह, सुरेन्द्र चौधरी, आशुतोष सिन्हा, डा. मानसिंह यादव आदिने भी अहमदहसन के निधनपर अपनी शोकसंवेदनाएं व्यक्त कीं।
इससे पहलेसभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंहविधान परिषद कीकार्य परामर्शदात्री समितिकी 23 मई से 31 मई तक केतिथिवार कार्यक्रम को संस्तुतिके लिए सदनकी मेज पररखा। संस्तुति केबाद विधान परिषदके पूर्व सदस्यडा. दाऊजी गुप्त, वीना दुग्गल वचन्द्र प्रताप सिंह यादवउर्फ चन्दू भैयाएवं भारत रत्नस्वर कोकिला लतामंगेशकर के निधनपर कुछ क्षणमौन धारण करशोक प्रकट कियागया।
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