बलिया, 17 अगस्त 2022 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बलिया बलिदान दिवस पर शुक्रवार को पहुंचे। वह करीब एक घंटे तक मौजूद रहे और जिला कारागार से ऐतिहासिक जुलूस को हरी झंडी दिखाई। 19 अगस्त 1942 को बलिया पूरे देश से पांच साल पहले ही स्वतंत्र हो गया था। इस लिहाज से यह बलिया जिले की 81वीं आजादी की वर्षगांठ है।
बलिया के लोगों के लिए इस बेहद गौरवशाली दिन पर पहली बार मुख्यमंत्री स्वयं मौजूद रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया बलिदान दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित सभा में कहा कि पूरा देश उत्साह व उमंग के साथ आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष मना रहा है, इस अवसर पर मुझे स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े हुए ऐतिहासिक बलिया बलिदान दिवस के अवसर पर बलिया आने का अवसर प्राप्त हुआ।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बलिया बलिदान दिवस पर पुलिस लाइन में आयोजित सभा में कहा कि बलिया में जिला कारागार को शहर के बाहर शिफ्ट किया जाएगा। सरकार ने समाज के हर वर्ग को कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया है। 200 करोड़ वैक्सीन की डोज हम मुफ्त में उपलब्ध कराने में सफल हुए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में हम नए भारत का निर्माण करने के लिए अग्रसर हैं।
बाहर शिफ्ट किया जाएगा जिला कारागार
बलियामेंजिलाकारागारकोबाहरशिफ्टकियाजाएगा।यहांपरबलिदानियोंकास्मारकबनायाजाएगा।पूर्वांचलएक्सप्रेसवेसेजोड़नेकेलिएग्रीनफील्डएक्सप्रेसवेकानिर्माणहोरहाहै।तीनघण्टेमेंबलियासेलखनऊकीकनेक्टिविटीहोगी।बसस्टेशनआधुनिकबनेगा।इलेक्ट्रिकबसचलायाजाएगा।बजटकीकोईकमीनहींहोगी।बलियाकोआगेबढ़नेकेदिशामेंकामकियाजाएगा।हमारेपासअपनाअभिलेखहोगा।
लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद कुछ लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश की। जेपी ने उस दौरान मोर्चा लिया था। चंद्रशेखर जी का भी अहम योगदान रहा। जनता पार्टी ने उस समय जो काम किया था, वह अविस्मरणीय है। बलिया गंगा और सरयू के स्थल पर बसा है।
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