
नई दिल्ली, 18 अगस्त 2023 : चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल को चंदा मामा के करीब ले जाने वाली डिबूस्टिंग प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी हो गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
ISRO ने क्या कुछ कहा?
डिबूस्टिंग प्रक्रिया भारतीय समयानुसार 4 बजे की गई है और यह सफलतापूर्वक पूरी हो गई। साथ ही लैंडर मॉड्यूल की स्थिति सामान्य है। इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट शेयर किया जिसमें लिखा,
लैंडर मॉड्यूल की स्थिति सामान्य है। एलएम ने सफलतापूर्वक एक डिबूस्टिंग प्रक्रिया को पूरा किया जिससे अब इसकी कक्षा घटकर 113 किमी x 157 किमी रह गई है। दूसरी डिबूस्टिंग प्रक्रिया 20 अगस्त, 2023 को देर रात दो बजे की जानी है।
कब होगी दूसरी डिबूस्टिंग प्रक्रिया?
दूसरी डिबूस्टिंग प्रक्रिया 20 अगस्त को देर रात दो बजे होगी और इस प्रक्रिया के सफलतापूर्वक पूरा होने पर चंद्रयान-3 चंदा मामा की सतह के बेहद करीब पहुंच जाएगा।
कब हुई थी लॉन्चिंग?
इससे पहले चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल और प्रणोदन मॉड्यूल गुरुवार को सफलतापूर्वक अलग हो गए थे। बता दें कि आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 14 जुलाई को मिशन चंद्रयान की सफलतम लॉन्चिंग की गई थी।
चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर का नाम विक्रम साराभाई (1919-1971) के नाम पर रखा गया है, जिन्हें व्यापक रूप से भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक माना जाता है।
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