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CM योगी की मौजूदगी में संगीतमय रामकथा का शुभारंभ, निकाली गई शोभायात्रा


गोरखपुर, 7 सितंबर 2022 : ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 53वीं और महंत अवेद्यनाथ की आठवीं पुण्यतिथि के अवसर पर सप्ताह भर चलने वाले पुण्यतिथि समारोह का शुभारंभ बुधवार को हुआ। समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर में पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा गोरखनाथ की पूजा अर्चना की। इसके बाद वे अपने गुरुओं की आशीर्वाद लिए। इसके बाद परंपरागत तरीके से गोरखनाथ मंदिर के दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में संगीतमय रामकथा ज्ञानयज्ञ से शुरू हुआ। जबकि समाज व राष्ट्र को प्रभावित करने वाले ज्वलंत मुद्दों पर व्याख्यान का शुभारंभ गुरुवार यानी आठ सितंबर से होगा। रामकथा से शुभारंभ से लेकर व्याख्यान के उद्घाटन व समापन समारोह में गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे।

निकाली गई शोभायात्रा

13 सितंबर तक चलने वाले कथा की शुरुआत प्रतिदिन शाम तीन से होगी और समापन शाम छह बजे होगा। कथा शुरू होने से पहले आज दोपहर ढाई बजे बाबा गोरखनाथ के दरबार से श्रीरामचरित मानस और अखंड ज्योति की शोभायात्रा निकाली गई, जो मानस, ज्योति और कथा मर्मज्ञ को व्यासपीठ पर स्थापित होने के साथ सम्पन्न होगी।

मौजूद रहेंगे देश भर के संत-महंत

सात दिन तक आयोजित होने वाले व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि देशभर के संतों व महंतों की मौजूदगी आयोजन को श्रद्धा व भक्ति से ओतप्रोत करेगी। जिन संतों व महंतो की उपस्थिति व्याख्यान में रहेगी, उनमें शेरनाथ, शिवनाथ, दासलाल योगाचार्य, सुरेश दास, राममिलन दास, गंगा दास, राघवाचार्य, अवधेश दास, वासुदेवाचार्य, राजू दास, नारायण गिरि, गोपालदास, सुरेंद्र नाथ, स्वामी विद्या चैतन्य, बालकनाथ, राम दिनेशाचार्य, विश्वेश प्रपन्नाचार्य, रामविलास वेदांती आदि शामिल हैं। व्याख्यान में बतौर मुख्य अतिथि विषय पर इन संतों-महंतों का भी संबोधन होगा।

कल सुबह 10:30 बजे से शुरू होगा व्याख्यान

पुण्यतिथि समारोह के तहत सात दिन तक आयोजित होने वाले व्याख्यान की शुरुआत गुरुवार यानी आठ सितंबर से होगी। व्याख्यान दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में प्रतिदिन सुबह 10:30 बजे से होगा। 13 सितंबर को महंत दिग्विजयनाथ की श्रद्धांजलि सभा और 14 सितंबर को महंत अवेद्यनाथ की श्रद्धांजलि सभा के साथ समारोह का समापन होगा। इस बीच अलग-अलग दिन विभिन्न समसामयिक विषयों पर व्याख्यान का आयोजन किया गया है। अलग-अलग दिन व्याख्यान के अलग-अलग वक्ताओं को आमंत्रित किया गया है।

तिथिवार व्याख्यान का विषय व वक्ता

8 सितंबर : आजादी का अमृत महोत्सव : संकल्पना से सिद्धि तक (प्रो. रविशंकर सिंह, गोवि)

9 सितंबर : भारतीय सेना और अग्निपथ (लेफ्टिनेंट जनरल आरपी शाही व राजेंद्र भारती, सेवानिवृत्त आचार्य, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी पुणे)

10 सितंबर : नए भारत के निर्माण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भूमिका ( अनिल सहस्त्रबुद्धे व हर्ष कुमार सिन्हा, गोवि)

11 सितंबर : संस्कृत और भारतीय संस्कृति (पद्मश्री चमू कृष्ण शास्त्री)

12 सितंबर : भारतीय संस्कृति एवं गोसेवा

13 सितंबर : महंत दिग्विजयनाथ की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा

14 सितंबर : महंत अवेद्यनाथ की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा

रामकथा में आने के लिए की गई है बस की व्यवस्था

संगीतमयी रामकथा सुनने आने में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, मंदिर प्रबंधन ने अलग-अलग पांच रूटों पर निश्शुल्क बस के संचालन की व्यवस्था की है। यह रूट हैं- लालडिग्गी पार्क बाबा चैन सिंह मंदिर से इलाहीबाग, सूर्यकुंड ओवरब्रिज, रामलीला मैदान अंधियारीबाग होते हुए गोरखनाथ मंदिर तक, मुंशी प्रेमचंद पार्क से टीडीएम चौराहा, रीड्स साहब का धर्मशाला, शास्त्री चौक, गोलघर, धर्मशाला होते हुए गोरखनाथ मंदिर, इंजीनियरिंग कालेज से गिरधरगंज, छात्रसंघ चौराहा, विश्वविद्यालय चौराहा, रेलवे स्टेशन होते हुए गोरखनाथ मंदिर, गीता वाटिका धर्मपुर तिराहा से पादरी बाजार पुलिस चौकी, खजांची चौराहा, स्पोर्ट्स कालेज, जंगल नकहा, राणी सती मंदिर चौराहा होते हुए गोरखनाथ मंदिर और महेसरा, बरगदवां, राजेंद्र नगर होते हुए गोरखनाथ मंदिर।

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