अयोध्या, 1 जून 2022 : राम जन्मभूमि पर बनरहे भव्य राममंदिर के दिव्यगर्भगृह का निर्माणकार्य का मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथने शुभारम्भ किया।मुख्यमंत्री नेराम जन्मभूमि स्थल परशिला पूजन अनुष्ठानकर भव्यगर्भगृह के निर्माणके लिए पहलीशिला रखी। इसदौरान महंत नृत्यगोपाल दास, डिप्टी सीएमकेशव मौर्य, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्षगोविंद देव गिरिमौजूद रहे।
मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथने कहा कि, मुझे गर्भगृह काशिलापूजन करना मेरेलिए सौभाग्यकी बात है।श्री राम जन्मभूमिमंदिर निर्माण कार्यका शुभारंभ लगभग 2 वर्ष पहले प्रधानमंत्रीमोदी के करकमलोंसे हुआ औरसफलतापूर्वक ये निर्माणकार्य आगे बढ़रहा है। मर्यादापुरुषोत्तम श्री रामका भव्य मंदिरअयोध्या धाम मेंबनकर देश औरदुनिया के सभीसनातन हिन्दू धर्मावलंबियोंकी आस्था काप्रतीक तो बनेगाही, श्री रामजन्मभूमि मंदिर भारत काराष्ट्र मंदिर होगा।
बता देंकि पांच अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नेराम मंदिर केलिए भूमिपूजन कियाथा। मंदिर कीनींव का कामपूरा हो चुकाहै और अबगर्भगृह निर्मित होने केसाथ ही सांस्कृतिकअस्मिता के नवयुगका आरंभ होगा।यह दिन देखनेके लिए रामभक्तोंने करीब पांचशताब्दी तक सुदीर्घसंघर्ष किया औरपीढिय़ों ने बलिदानदिया।
एक मार्च 1528 को मीर बाकीके तोप केगोलों से भव्यराम मंदिर केसाथ वह केंद्रीयआगार भी ध्वस्तहो गया था, जहां रामलला विराजमानथे। रामलला तोअपने गर्भगृह सेवंचित हुए हीऔर उस स्थलपर ध्वस्त मंदिरके मलबे सेही मस्जिद बनादी गई। रामजन्मभूमिके संघर्ष काइतिहास विवेचित करती पुस्तकोंके अनुसार इसकेबाद 76 युद्ध हुए औरलाखों रामभक्तों नेबलिदान दिया।
1859 में कुछनिहंग सिखों नेकुछ दिन केलिए रामजन्मभूमि वापसपाने में तोसफलता पाई, किंतुतब भी रामललाको उनकी भूमिपर स्थापित नहींकिया जा सका। 22-23 दिसंबर 1949 की रातचमत्कारिक घटनाक्रम के बीचरामलला का गर्भगृहमें प्राकट्य तोहुआ, किंतु उनकेसिर पर अस्मितापर आघात कीपर्याय वही इमारतथी, जिसका निर्माणमंदिर को मस्जिदकी शक्ल देनेके उद्देश्य सेकराया गया था।
छह दिसंबर 1992 को रामलला को विवादितइमारत के ध्वंसके बाद रामललाको 27 वर्ष तीनमाह और 19 दिनबिना स्थायी छतके व्यतीत करनेपड़े। 25 मार्च 2022 को रामललाको वैकल्पिक गर्भगृहमिला। तय कार्यक्रमके अनुसार रामललाभले दिसंबर 2023 तकमूल स्थान परनिर्मित गर्भगृह में विराजमानहोंगे, किंतु बुधवार कोमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथके हाथों भव्यगर्भगृह के निर्माणकी शुरुआत केसाथ ही रामभक्तों का आह्लादशिखर पर होगा।
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