नई दिल्ली, 27 जनवरी 2023 : रामचरित मानस पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर चौतरफा घिरे स्वामी प्रसाद मौर्य को उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य का समर्थन मिला है। बीजेपी सांसद और सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य ने कहा कि पिता ने रामचरित मानस की जिस चौपाई का जिक्र कर आपत्ति जताई है, उस पर विद्वानों के साथ चर्चा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिता जी ने रामचरित मानस पढ़ी है और इसलिए उसकी एक चौपाई का उल्लेख किया, क्योंकि वह चौपाई भगवान के चरित्र के विपरित नजर आ रही है।
उन्होंने कहा कि जब भगवान राम ने बेरी के झूठे बेर खाकर जाति के महत्व को अस्वीकार कर दिया तो वहीं रामचरित मानस में एक चौपाई के जरिए जाति का वर्णन किया गया है। संघमित्रा के अनुसार, यदि किसी को इस लाइन पर संदेह है तो उस पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह विषय विवाद या मीडिया में बैठकर बहस का नहीं बल्कि इस पर विद्वानों को विचार करना चाहिए। ताकि यह साफ हो सके कि चौपाई का वास्तविक अर्थ क्या है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि स्वामी मौर्य ने पिछले दिनों रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों पर आपत्ति दर्ज कराते हुए इसे प्रतिबंधित करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि जो भी विवादित अंश इस ग्रंथ में संकलित हैं, उन्हें निकाला जाना चाहिए। तुलसीदास रचित श्रीरामचरितमानस की एक चौपाई- ‘ढोल-गंवार शूद्र पशु नारी, सकल ताड़ना के अधिकारी’ का जिक्र करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि इस तरह की पुस्तक को जब्त किया जाना चाहिए। महिलाएं सभी वर्ग की हैं, क्या उनकी भावनाएं आहत नहीं हो रहीं हैं।
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