चलती सड़क पर, आम लोगों के सामने, बीच रास्ते दिल्ली से सटे बल्लभगढ़ कालेज से निकल रही छात्रा को मुस्लिम लड़कों ने गोली मारी थी। मामला लव जेहाद का है। हिंदू परिवार की लड़की से जबरन शादी करने पर आमादा आरोपी युवक तौसीफ धर्म परिवर्तन करवाना चाह रहा था।
अपने इरादे में नाकाम रहने के बाद तौसीफ ने पहले हिंदू लड़की अपहरण करने का प्रयास किया और नाकाम रहने पर लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी।
धरने पर बैठे छात्रा के परिजन, सड़क जाम किया
छात्रा की हत्या से गुस्साए परिजन अब धरने पर बैठ गए हैं और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। छात्रा के परिजनों और रिश्तेदारों ने मंगलवार को सड़क जाम भी लगा दिया। उनका आरोप है कि आरोपी युवक छात्रा निकिता पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डाल रहा था। जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने दोनों आरोपी तौसीफ और रेहान को गिरफ्तार कर लिया है। रेहान को पुलिस ने हरियाणा के नूह से गिरफ्तार किया है।
धर्म परिवर्तन करवाने में नाकाम रहने पर की हत्या
छात्रा के एक रिश्तेदार हाकिम सिंह ने बताया, 'वह लड़की पर बार-बार मुस्लिम बनने के लिए दबाव डाल रहा था। तीन साल पहले भी उसने वारदात की थी लेकिन तब हमने पंच फैसले से मामला निपटा लिया था। अब लड़के ने फिर लड़की को फोन किया कि मुसलमान बन जा हम शादी कर लेंगे। लड़की ने इनकार कर दिया तो अपहरण की कोशिश की गई। अपहरण में नाकाम रहने पर गोली मारकर हत्या कर दी। प्रशासन से हमारी मांग है कि एसआईटी गठित कर मामले की जांच कराई जाए और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामले की सुनवाई कराई जाए।
क्या थी पूरी घटना
बल्लभगढ़ सिटी थाना एरिया के मिल्क प्लांट रोड स्थित अग्रवाल कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा निकिता का सोमवार को कार सवार दो युवकों ने अपहरण करने का प्रयास किया था। प्रयास विफल होने पर आरोपियों ने छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी कार में सवार होकर फरार हो गए। परिवार ने तौसीफ नाम के एक युवक पर हत्या का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।
युवक ने पहले भी किया था छात्रा का अपहरण
निकिता के परिवार का कहना है कि यह लड़का कई साल से निकिता को तंग कर रहा था। परिजनों के मुताबिक, आरोपी ने 2 अगस्त 2018 को भी उनकी बेटी का अपहरण किया था। इस मामले में उन्होंने मामला भी दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद लड़के के परिवारवालों ने हाथ-पैर जोड़ लिए। हमने भी सोचा और मामला वापस ले लिया। लेकिन धोखेबाज कट्टरपंथी मुस्लिम परिवार ने मामला वापस होने के बाद अपनी फितरत को अंजाम दे दिया। आरोपी मेवात के रोजका मेव गांव का रहने वाला है जहां मुसलमान बहुतायत में हैं और ज्यादातर गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त रहते हैं।
कहां है मीडिया और सियासी दल
दिल्ली से महज 60 किलोमीटर की दूरी पर हुए इस जघन्य कांड पर देश की स्वनाम धन्य मीडिया समेत तमाम राजनीतिक दल चुप्पी साधे हैं। चूंकि आरोपी मुस्लिम है इसलिए वोटबैंक के लालची सियासी दलों ने इस मामले पर बिल्कुल चुप्पी साध ली है।
दूसरी तरफ पैसे लेकर एजेंडा सेट करने वाले बड़े बड़े मीडिया हाउस दिल्ली से दो सौ किलोमीटर दूर हाथरस रातोंरात पहुंच गई थे लेकिन सिर्फ साठ किलोमीटर दूर फरीदाबाद में हुई इस घटना पर किसी चैनल के किसी पत्रकार की बोलती नहीं निकल रही।
कौन है तौसिफ?
बताया जा रहा है कि तौफिफ का दादा कबीर अहमद, विधायक रह चुका है। तौफिफ का चचेरा भाई आफताब अहमद, इस समय मेवात जिले की नूंह सीट से कांग्रेस विधायक है। आफताब अहमद का पिता खुर्शीद अहमद, हरियाणा का पूर्व मंत्री रह चुका है। तौसिफ का सगा चाचा जावेद अहमद इस बार सोहना विधानसभा से बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और हार गया।
समाज के लिए भी शर्मनाक
फरीदाबाद में जिस तरह एक लड़की का दिनदहाड़े अपहरण का प्रयास हुआ और सरेराह गोली मार कर अपराधी मौके से फरार हुए वो पूरे समाज के लिए भी शर्मनाक है। सीसीटीवी में साफ दिख रहा है कि जिस वक्त लव जेहादी अपराधी युवती को अगवा करने का प्रयास कर रहे थे उस समय कई लोग या तमाशबीन बने रहे या अपना रास्ता नापते रहे। किसी ने भी युवती को बचाने की कोशिश नहीं की। ऐसे सुप्त-निष्प्राण समाज पर भी गंभीर सवाल हैं।
टीम स्टेट टुडे
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