लखनऊ, 11 मार्च 2023 : शहर में वर्ष 2018 से लेकर वर्ष 2023 तक एक दर्जन से अधिक फ्लाईओवर व रेलवे ओवर ब्रिज की सुविधा पचास लाख आबादी को मिल चुकी है। अभी यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। इसके लिए धनराशि की स्वीकृति भी कर दी गई है। वर्ष 2027 तक बचे हुए फ्लाईओवर, रेलवे ओवर ब्रिज, आउटर रिंग रोड, लखनऊ से कानपुर के बीच बन रहे एक्सप्रेस छह का काम भी खत्म हो जाएगा। यही नहीं नए प्रोजेक्ट लांच किए जाएंगे।
सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि सात रेलवे ओवर ब्रिज को लेकर धनराशि स्वीकृत कर दी गई है। इसको लेकर काम भी इसी साल शुरू करने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि सेतु निगम की मदद से काम को किया जाएगा। वर्तमान में आइआइएम फ्लाईओवर का काम भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तेजी से करा रहा है।
इसी तरह खुर्रमनगर से सेक्टर 25 के बीच पीडब्ल्यूडी की शाखा एनएचएआइ द्वारा फ्लाईओवर का काम किया जा रहा है। इसी तरह मुंशी पुलिया से पालीटेक्निक के बीच फ्लाइओवर के लिए काम शुरू हो चुका है। कुल मिलाकर दिसंबर 2023 तक यह तीनों प्रोजेक्ट पूरे कर लिए जाएंगे।
इससे आइआइएम रोड से आने वाले भारी व हल्के वाहन सीधे अयोध्या रोड पर जा सकेंगे। वर्तमान में इस सफर को तय करने में नो एंट्री खुलने के बाद एक घंटे लग जाते हैं, अगर जाम लगा है तो कोई हिसाब नहीं। फ्लाइओवर का जाल बिछने के बाद यह सफर बीस मिनट में पूरा हो जाएगा।
बाक्सइन रेलवे ओवर ब्रिज को मिली धनराशि करोड़दिलकुशा से मल्हौर के बीच समपार संख्या 186 भरवारा क्रासिंग 159.68बीन से मोहान मार्ग पर हरौनी से जैतीपुर 43.89 कृष्णा नगर से केशरी खेड़ा पर दो लेन 59.73पारा रोड पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण 189.07लखनऊ जं.से दिलकुशा क्रासिंग 89.37गोसाईगंज से बनी 152.97तेलीबाग चौराहे पर फ्लाईओवर 158.17नोट : यह राशि सेतु निगम द्वारा जारी की गई है।
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