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लखनऊ, 30 फरवरी 2023 : उत्तर प्रदेश बजट सेशन के बीच हर रोज सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं के बीच तीखी बहस देखने को मिलती रही है। बीते दिन सेशन के बीच बहस के दौरान सत्ता और विपक्षी नेताओं ने आपत्तिजनक शब्दों का भी प्रयोग किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के नेता अखिलेश यादव के पिता को लेकर टिप्पणी की थी, जिस पर मंगलवार को सेशन की कार्यवाही के दौरान अखिलेश यादव ने इस पर पलटवार किया।
अखिलेश यादव ने कहा कि नेता सदन ने किसी के पिता के बारे में अगर सदन में कहा तो स्वाभाविक है कि दूसरा भी पिता पर कहेगा, यह परंपरा छोड़नी होगी, ऐसी शिक्षा नेताजी (मुलायम सिंह यादव) ने मुझे नहीं दी है।
यादव ने कहा कि अगर आप परम्पराओं पर चलना चाहते हैं तो आपको परम्परा मानना होगा, आपने कई रीति-रीवाज का पालन नहीं किया है, नेता सदन ने कुछ बोला था जो कि फ्लोर पर नहीं आना चाहिए। किसी के पिता के बारे में कोई कहेगा तो दूसरा भी बोलेगा, अगर आप परंपरा की बात करेंगे तो आपने भी कई रीति-रिवाज को नहीं माना, जिसके बारे में हम चर्चा नहीं करना चाहते हैं, क्योंकि नेता जी ने हमें ऐसी शिक्षा नहीं दी है'।
इस मसले पर समाजवादी पार्टी ने भी एक ट्वीट शेयर किया है, जिसमें अखिलेश यादव सदन में बोलते हुए नजर आ रहे हैं। सपा ने लिखा, ‘योगी जी अपने आपको संत महात्मा योगी कहते हैं जबकि वे खुद संत महात्मा योगी जैसे आचरण का पालन नहीं करते। जब वे अनैतिक क्रोध ,कुर्सी के लोभ ,अवैध धन की माया और पद के मोह के चक्कर में संस्कृति व परंपराओं को ताक पर रखकर राजनीति करते हैं तो उनके योगीत्व पर सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है’।