कानपुर पुलिस के हाथ से फिसले अपहरणकर्ता फिरौती के तीस लाख ले उड़े, अब हो रही है जांच

कानपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस की बड़ी नाकामी सामने आई है। पुलिस के सामने फिरौती की रकम लेकर बदमाश फरार हो गए और पुलिस हाथ मलती रह गई। कानपुर के बर्रा थानक्षेत्र से 20 दिन पहले एक युवक लापता हुआ था। अपहरण कर्ताओं ने 30 लाख की फिरौती मांगी थी जिसे परिवार वालों ने मकान बेच कर व्यवस्था बनाई। बर्रा पुलिस के साथ ही परिवार अपहरणकर्ताओं को फिरौती की रकम देने गया था लेकिन पुलिस बदमाशों को पकड़ने में नाकाम रही। पीड़ित परिवार ने एसपी साउथ पर नाकामी को छिपाते हुए पीडित पक्ष को ही धमकाने का आरोप लगाया है।

अपहरण मामले में कथित तौर पर पुलिस टीम के सामने से अपहरणकर्ता 30 लाख रुपये की फिरौती की रकम लेकर उड़ गए। इसके बावजूद अभी तक अपहरण करने वाले 29 वर्षीय शख्स को छोड़ा नहीं गया। इस मामले में कानपुर के मुख्य पुलिस अधिकारी ने विस्तृत रूप से जांच के आदेश दे दिए हैं।
अपहरण का मामला सामने आने पर एसएसपी दिनेश कुमार पी खुद पीडि़त परिवार से मुलाकात की। परिवार ने बताया कि थानेदार ने 30 लाख रुपये की फिरौती अपने सामने बदमाशों को दिलवाई है और झूठ बोल रहे हैं। इस पर एसएसपी ने थानेदार व टीम में शामिल अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दिए है। एसएसपी ने परिवार को भरोसा दिलाया है कि उनका बेटा जल्द खोज लिया जाएगा। फिरौती की जो भी रकम गई है, उसे भी बरामद कर लिया जाएगा। इसके लिए अलग से क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। जांच में जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अपहरण के इस मामले में एसपी साउथ अपर्णा गुप्ता और थानेदार रणजीत राय की लापरवाही पीडि़तों को भारी पड़ी। सवाल यह है कि जब इतने दिनों से अपहरणकर्ता लगातार पीडि़त परिवार से बात कर रहे थे तो पुलिस कैसे उन तक नहीं पहुंच पाई।
टीम स्टेट टुडे