काशी विश्वनाथ मंदिर पर विवादित बयान देने वाले शिक्षक ने दी तहरीर

लखनऊ, 11 मई 2022 : काशी विश्वनाथ मंदिर पर अपने विवादित बयान से चर्चा में आए लखनऊ विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. रविकांत के खिलाफ एफआइआर दर्ज हो चुकी है। अब उन्होंने भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कुछ छात्र नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। उसमें जाति सूचक टिप्पणी करने, अपशब्दों का प्रयोग और जान से मारने की धमकी देने के आरोप हैं। मंगलवार को एसोसिएट प्रोफेसर डा. रविकांत के विवादित बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके विरोध में सुबह से शाम तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता प्रदर्शन करते रहे।
देर शाम को छात्र नेता अमन दूबे की तहरीर पर हसनगंज पुलिस ने डा. रविकांत के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा ली। इसके बाद देर रात डा. रविकांत ने भी विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता अमन दुबे, प्रणव कांत सिंह, अक्षय प्रताप सिंह, अभिषेक पाठक, अमर वर्मा, आयुष शुक्ला, हिमांशू सहित कई छात्रों के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। जिसमें उन्होंने कहा है कि एबीवीपी के छात्रों व अन्य अराजक तत्वों ने मेरे बयान को तोड़ मरोड़कर ट्वीटर व अन्य सोशल मीडिया पर प्रसारित कर मेरे विरुद्व नफरत का प्रचार किया। आरोपहै कि छात्रनेताओं ने विश्वविद्यालयपरिसर में जानसे मारने काप्रयास किया। मेरे खिलाफअपशब्द का भीप्रयोग किया। जातिगत टिप्पणीभी की गई।इनके खिलाफ कार्रवाईजाए। उन्होंने अपनेट्ववीटर पर भीइसे शेयर कियाहै। डा. रविकांत का कहनाहै कि पुलिसने अभी तकएफआरआर नहीं कीहै।
ये हैमामला : बीते शनिवारको एक चैनलपर डिबेट मेंलखनऊ विश्वविद्यालय केहिन्दी विभाग के एसोसिएटप्रोफेसर डा. रविकांतभी शामिल हुएथे। आरोप हैकि काशी विश्वनाथमंदिर को लेकरविवादित बायान दे दिया।मंगलवार को इसकावीडियो सोशल मीडियापर वायरल होतेहुए विरोध शुरूहो गया। शिक्षकोंने भी उनकीकड़े शब्दों मेंनिंदा की है।