उत्तर प्रदेश का लखीमपुर जिला अचानक सियासत का गर्म तवा बन चुका है। बीते चौबीस घंटों में जिले में जो कुछ हुआ उसने ना सिर्फ यूपी में कृषि कानूनों पर धरना प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को एक बार फिर हिंसक होने का मौका दे दिया बल्कि राज्य और केंद्र सरकार दोनों ही सियासी दलों के सीधे निशाने पर आ गईं।
क्या हुआ – कैसे हुआ
लखीमपुर में कई सरकारी योजनाओं के शिलान्यास के लिए प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कार्यक्रम तय था। इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी को भी शामिल होना था। अजय मिश्र लखीमपुर खीरी के ही रहने वाले हैं और यहीं से सांसद हैं। डिप्टी सीएम के कार्यक्रम की जानकारी मिलते ही सुबह आठ बजे करीब 200 किसान अजय मिश्र टेनी के गांव बेनीपुर पहुंच गए। यहां केशव मौर्य का हेलीकॉप्टर उतरना था। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने हेलीपैड को पूरी तरह से घेर लिया और बीच में बैठ गए।
प्रशासनिक अफसरों ने करीब दो घंटे तक किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन कोई नहीं हटा। आनन-फानन में डिप्टी सीएम का कार्यक्रम बदला गया और उन्हें सड़क मार्ग से लखीमपुर लाया गया। यहां उन्होंने करीब 12 बजे एक गेस्ट हाउस में कई सरकारी योजनाओं का शिलान्यास किया। डिप्टी सीएम ने करीब एक बजे भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इसके बाद वह सड़क मार्ग से तिकुनिया के लिए निकले। यहां उन्हें एक दंगल के कार्यक्रम में शामिल होना था। डिप्टी सीएम के तिकुनिया जाने की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में किसान तिकुनिया की सड़कों पर जुट गए। जब डिप्टी सीएम और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्र का काफिला गुजरा तो किसान उन्हें काले झंडे दिखाने लगे।
रास्ते में पहले से ही हजारों की संख्या में प्रदर्शन कर रहे आंदोलनकारियों ने इन वाहनों के काफिले को घेर लिया। जिससे अनियंत्रित होकर वाहन प्रदर्शनकारियों पर चढ गया। बताया जाता है कि इस हादसे में कई किसान घायल हो गए और इनमें मझगईं के चौगड़ा फार्म निवासी लवप्रीत सिंह की मौत हो गई।
गुस्साई भीड़ ने भाजपा नेता आशीष मिश्र मोनू के वाहन पर हमला बोल दिया। इसमें आशीष तो भाग गए लेकिन, ड्राइवर हरिओम प्रदर्शनकारियों के हत्थे चढ गया। ड्राइवर को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं, एक अन्य गाड़ी के चालक की भी पिटाई से मौत हुई है। बताया जाता है कि दलजीत सिंह, गुरुविंदर सिंह निवासी नानपारा, नक्षत्र सिंह निवासी धौरहरा की भी मौत हो गई है। दो अन्य लोग बहराइच जिले के थे। इस आगजनी में सांसद पुत्र आशीष मिश्रा मोनू की थार जीप प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया। साथ ही कई अन्य वाहनों में भी आग लगा दी। मरने वालों में चार लोगों की पहचान नहीं हो पाई है।
क्या बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
लखीमपुर खीरी की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इस घटना के कारणों की तह में जाएगी और घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी और दोषियों के विरुद्घ सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि मौके पर शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव, कार्मिक एवं कृषि, एडीजी कानून व्यवस्था, आयुक्त लखनऊ और आईजी लखनऊ मौजूद हैं और मामले की जांच कर रहे हैं। सीएम ने कहा घटना में लिप्त जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि क्षेत्र के सभी लोग अपने घरों में ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं। किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले जांच और कार्रवाई का इंतजार करें।
कैसे घूमी सियासत
लखीमपुर में हुए विवाद की सूचना मिलते ही शाम करीब चार बजे प्रदर्शनकारियों ने यूपी गेट पर नारेबाजी शुरू कर दी। मौके पर पुलिस अधीक्षक नगर द्वितीय गाजियाबाद ज्ञानेंद्र सिंह पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उन्हें शांत कराया। उसके बाद राकेश टिकैत के साथ वार्ता की। वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा यूपी गेट के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने प्रदर्शनकारियों से शांत रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के निर्णय के अनुसार कार्य किया जाएगा।
क्या बोले टिकैत
राकेश टिकैत ने प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच कर आरोपियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करने की मांग की। किसानों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। कहा कि सड़क दुर्घटना में धाराएं हल्की होती हैं, इसलिए किसानों को कार से रोंद दिया गया। किसानों की मौत को संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
जयंत चौधरी भी पहुंचेंगे
राष्ट्रीय लोक दल के मुखिया जयंत चौधरी भी सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंच रहे हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि किसान का खून बहाया गया है। कल घटनास्थल पर पहुंचूंगा।
अखिलेश यादव पहुंचेगे लखीमपुर
लखीमपुर में आठ लोगों की मौत के बाद यूपी का सियासी पारा चढ़ गया है। किसानों के नाम पर चल रहे आंदोलन में कई लोगों की जान जाने के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकारों को निशाने पर लिया है। वो भी लखीमपुर पहुंचेंगे।
क्या बोले केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी
पीटीआई को दिए बयान में अजय मिश्र ने कहा, इस घटना में मेरा बेटा घटना के समय मौके पर मौजूद नहीं था। मेरे पास इस बात को साबित करने के लिए वीडियो सबूत के तौर पर मौजूद है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस हिंसक झड़प में तीन भाजपा कार्यकर्ताओं समेत मेरे ड्राइवर को किसानों के बीच कुछ असामाजिक तत्वों ने पीट पीटकर मार डाला है।
टीम स्टेट टुडे
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