लखनऊ, 30 सितंबर 2022 : माफिया मुख्तार अंसारी कोदो मामलों मेंसजा सुनाए जानेके बाद अभियोजनने उसके विरुद्धविचाराधीन अन्य मामलोंमें पैरवी तेजकी है। इसीकड़ी में लगभग 30 वर्ष पुराने धोखाधड़ी केमुकदमे में अभियोजननिदेशालय ने गवाहगाजीपुर के तत्कालीनएसडीएम रामलखन सिंह (अबसेवानिवृत्त) को खोजनिकाला है, जिन्हेंजल्द कोर्ट मेंपेश किया जाएगा।
1990 में दर्जहुई थी एफआइआर
फर्जी दस्तावेजों कीमदद से शस्त्रलाइसेंस किए जानेके इस मामलेमें गाजीपुर मेंवर्ष 1990 में एफआइआरदर्ज कराई गईथी। मामले मेंगाजीपुर के तत्कालीनएडीएम रवीन्द्र नाथदुबे भी गवाहथे, लेकिन उनकीमृत्यु हो चुकीहै।
तत्कालीन एडीएम वएसडीएम की गवाहीकराने के लिएदोनों की काफीसमय से तलाशकराई जा रहीथी। सेवानिवृत्त होनेके चलते दोनोंअधिकारियों के वर्तमानपतों की जानकारीनहीं हो पारही थी।
अब अभियोजनरामलखन सिंह सेसंपर्क करने मेंकामयाब हुआ है।मुख्तार अंसारी के विरुद्धयह मुकदमा वाराणसीकी एमपीएमएलए कोर्टमें विचाराधीन है।
तीन अक्टूबरको होगी इसमामले पर सुनवाई
इस मामलेमें गाजीपुर केतत्कालीन डीएम आलोकरंजन (अब सेवानिवृत्त) के बयान भीहो चुके हैं।अभियोजन विभाग के अधिकारियोंके अनुसार मामलेमें तीन अक्टूबरको अगली तारीखलगी है, जिसमेंमुकदमे के वादीतथा वाराणसी केतत्कालीन सीबीसीआइडी के सेक्टरप्रभारी अशफाक अहमद कोकोर्ट में पेशहोना है।
उनसे विपक्षके वकील जिरहकरेंगे। अभियोजन विभाग इसकेअलावा अन्य विचाराधीनमुकदमों को लेकरभी पूरा ब्योराजुटाया है औरसंबंधित जिलों के अभियोजनअधिकारियों को वीडियोकान्फ्रेंसिंग के जरिएविस्तृत निर्देश दिए गएहैं।
Comentarios