लखनऊ में 8 अप्रैल से नाइट कर्फ्यू
9 बजे रात से सुबह 6 बजे तक नहीं निकल सकेंगे घर से बाहर
स्कूल, कालेज, कोचिंग सब 15 अप्रैल तक बंद
उत्तर प्रदेश में कोरोना का मुंह सुरसा हो गया है। अस्पताल फुल हो चुके हैं। ऑक्सीनजन सिलेंडरों की भी किल्लत हो रही है। बुलाने पर एंबुलेंस आ रही हैं लेकिन देर सबेर हो ही रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देर शाम हाई लेविल मीटिंग की जो देर रात तक चली। पूरे प्रदेश की स्थिति पर समीक्षा की गई। जिन जिलों में कोरोना के सौ से ज्यादा मामले निकले हैं या निकलेंगें वहां के जिलाधिकारियों को लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू लगाने का अधिकार दिया गया है।
8 अप्रैल 2021 से लखनऊ में नाइट कर्फ्यू
राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण की स्थिति प्रदेश में सबसे बुरी है। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने 8 अप्रैल की रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू का आदेश दिया है। ये स्थिति अगले आदेश तक बनी रहेगी।
क्या रहेगी शहर में स्थिति
लखनऊ नगर निगम क्षेत्र में लगाया गया रात्रिकालीन कर्फ्यू ।
8 अप्रैल रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रत्येक दिन रात्रिकालीन कर्फ्यू ।
16 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक रहेगा कर्फ्यू ।
दिन में सुबह 6 बजे से शाम 9 बजे तक कोविड प्रोटोकाल के साथ काम चलता रहेगा ।
आवश्यक वस्तु को लाने ले जाने की छूट होगी ।
रात्रिकालीन कर्फ्यू सिर्फ लखनऊ नगर निगम क्षेत्र में लागू होगा ।
ग्रामीण लखनऊ में नहीं लागू होगा रात्रिकालीन कर्फ्यू ।
फल,सब्जी,दूध, एलपीजी, पेट्रोल - डीजल और दवा की सप्लाई जारी रहेगी ।
रात्रि कालीन शिफ्ट के सरकारी / अर्ध सरकारी कार्मिक एवम् आवश्यक वस्तुओं / सेवाओं में रत निजी क्षेत्र के कार्मिकों को छूट होगी।
रेलवे स्टेशन ,बस स्टेशन,एयरपोर्ट पर आने जाने वाले लोग अपना टिकट दिखा कर आ जा सकेंगे ।
हर प्रकार की मालवाहक गाड़ियों के आने - जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं - DM लखनऊ ।
15 अप्रैल तक लखनऊ के स्कूल, कॉलेज, कोचिंग बंद
लखनऊ जिले के सभी सरकारी व गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों को 15 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है। शिक्षण संस्थानों को बंद करने संबंधी आदेश जिलाधिकारी लखनऊ ने जारी कर दिया है। इसके तहत जिले के सभी सरकारी, गैर सरकारी व निजी विद्यालय, महाविद्यालय और सभी शैक्षणिक संस्थान 15 अप्रैल तक बंद रहेंगे। इस दौरान सभी चिकित्सा, नर्सिंग व पैरा मेडिकल संस्थान खुले रहेंगे। हालांकि, मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों में कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए परीक्षाएं आयोजित की जा सकेंगी।
प्राधिकरण ने पार्क में टहलने पर लगाए प्रतिबंध
लखनऊ विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित सभी बडे़ पार्क प्रातः 7-10 बजे और शाम 4-8 बजे के बीच ही खुले रहेंगे। मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना आवश्यक होगा। पार्क में 65 वर्ष से अधिक आयु, गर्भवती स्त्रियां और 10 वर्ष से नीचे के बच्चों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है।
श्मशान घाट पर बंटे टोकन
राजधानी लखनऊ की स्थिति इतनी भयावह हो चली है कि अब बैकुण्ठ धाम के शवदाह गृह में शवों की लाइन लग गई। हालात ऐसे हुए कि 8-8 घंटे की वेटिंग रही और टोकन बांटने पड़े। औसतन 6 से 8 मौतों के प्रशासनिक दावों से इतर इलेक्ट्रिक शव दाह केंद्र पर रोजाना 17 से 20 कोविड शवों का दाह संस्कार हो रहा है। बैकुंठ धाम के बाहर दोपहर में एम्बुलेंसों की कतार लग रही है और हर एम्बुलेंस में 2 से तीन शव होते हैं। ये जानकारी मौके से लौटे लोगों ने उपलब्ध कराई है।
यूपी में संक्रमण का हाल
प्रति 10 लाख जनसंख्या में जांच- 150304
प्रति 10 लाख में पॉजिटिव मरीज- 2690
प्रत्येक 100 मरीज एक्टिव केस की संख्या - 04
मरीजों के ठीक होने की दर प्रति 100 मरीज- 94.31 प्रतिशत
मरीजों की मृत्यु दर प्रति 100 केस - 1.39 प्रतिशत
यूपी में बुधवार का हाल
यूपी में बुधवार को 6023 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जबकि 40 मरीजों की मौत हुई है। वर्तमान में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 31987 हो गई है। 18679 होम आइसोलेशन में हैं। 668 निजी अस्पतालों में हैं। अन्य मरीज सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। अब तक कुल 8964 मरीजों की मौत संक्रमण से हो चुकी है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि मंगलवार को 161270 नमूनों की जांच की गई। इस तरह अब तक प्रदेश में 3,55,75232 नमूनों की जांच की गई है। इनमें से 634033 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कुल 604979 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।
कहां कितने मरीज
लखनऊ 1333, प्रयागराज 811, वाराणसी 593, कानपुर नगर 300, झांसी 188, गोरखपुर 159, मेरठ 126, गौतमबुद्ध नगर 125, जौनपुर 109, चंदौली 108, आजमगढ़ 100.
मुख्यमंत्री के आदेश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 जनपदों की स्थिति की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा की। ये जिले कोविड-19 से अति प्रभावित हैं। समीक्षा के दौरान इन जिलों के लिए सीएम ने सीधे दिशा-निर्देश जारी किए।
दिल्ली महाराष्ट्र से यूपी के लोगों की वापसी संभव है। जिला प्रशासन इसकी तैयारी करें।
पिछले वर्ष उत्तर प्रदेश के सभी जिलों ने कोविड प्रबंधन का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत किया था, इस बार भी हम टीम वर्क से इस लड़ाई को जरूर जीतेंगे।
लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्ध नगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर और मुरादाबाद जिले में कोविड संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाई जाए।
ट्रेस करके उनका टेस्ट किया जाए और जरूरत के अनुसार ट्रीटमेंट दिया जाए। निगरानी समितियों और इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की उपयोगिता बढ़ाई जाए।
पब्लिक एड्रेस सिस्टम का अधिकाधिक प्रयोग किया जाए।
मास्क न लगाने वाले लोगों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए।
इन सभी जनपदों में निगरानी के लिए तत्काल विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों की तैनाती की जाए।
जिन जिलों में प्रतिदिन 100 से अधिक केस मिल रहे हैं, अथवा जहां कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है, वहां माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के संबंध में जिलाधिकारी स्थिति के अनुसार निर्णय करें।
ऐसे जिलों में रात्रि में आवागमन नियंत्रित रखने के संबंध में भी समुचित निर्णय लिया जाए।
किसी भी परिस्थिति में आवश्यक सामग्री जैसे दवा, खाद्यान्न आदि के आवागमन को बाधित न किया जाए।
टीम स्टेट टुडे
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