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घर पर अकेली नहीं थी निक्की, दोस्तों संग कार में लाश रखकर घूमता रहा साहिल


लखनऊ, 18 फरवरी 2023 : झज्जर की रहने वाली निक्की यादव हत्याकांड मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है रोज नए राज का पर्दाफाश हो रहा है। पुलिस ने बताया कि आरोपी साहिल निक्की की पहले ही हत्या कर देता, लेकिन घर पर निक्की की बहन थी। इसलिए उसे उसको हत्या का मौका नहीं मिल पाया था।

मामले में अब तक छह गिरफ्तार

अब इस मामले में क्राइम ब्रांच ने आरोपित साहिल गहलोत के दो भाई व दो दोस्तों को भी गिरफ्तार कर लिया है। शुक्रवार देर रात क्राइम ब्रांच ने इस मामले में साहिल के पिता वीरेंद्र गहलोत को गिरफ्तार कर लिया था। शनिवार को पांचों को द्वारका कोर्ट में पेश करने के बाद पूछताछ करने व सुबूत जुटाने के मकसद से पांच दिनों की पुलिस रिमांड लिया गया है। साहिल गहलोत पहले से ही पांच दिनों के रिमांड पर है।

क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव के मुताबिक गिरफ्तार किए गए चार अन्य आरोपितों के नाम आशीष, नवीन, अमर व लोकेश है। आशीष, साहिल का चचेरा भाई है व नवीन उसकी मौसी का बेटा है। नवीन, दिल्ली पुलिस में सिपाही है। उसकी तैनाती डीसीपी द्वारका आफिस में थी।

मुकदमे में नामजद कर गिरफ्तार कर लेने पर विभाग ने उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। उसे नौकरी से बर्खास्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही बर्खास्त कर दिया जाएगा। अमर व लोकेश ये दोनों साहिल गहलोत के घनिष्ठ दोस्त हैं।

क्राइम ब्रांच के विशेष आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि पहले साहिल, पुलिस को लगातार गुमराह करने की कोशिश करता रहा। उसके मोबाइल कॉल डिटेल रिकार्ड व सीसीटीवी फुटेज जुटाने के बाद जब उसके आधार पर सख्ती से पूछताछ की गई तब उसने सच्चाई उगल दिया और घटना की पूरी साजिश का राजफाश हो गया। साहिल ने कुछ सालों तक लिव-इन में रहने के बाद 2020 में निक्की से शादी कर ली थी। साहिल व निक्की दोनों के घर वालों को अच्छी तरह से यह जानकारी थी। बावजूद इसके साहिल के पिता वीरेंद्र गहलोत ने उसकी दूसरी शादी के लिए रिश्ता तय कर लिया था।

निक्की को यह जानकारी मिलने पर जब दोनों में झगड़ा होने लगा तब साहिल ने कुछ समय के लिए निक्की के पास रहना बंद कर दिया था। निक्की ने कुछ दिनों के लिए अपनी छोटी बहन को अपने पास बुला लिया था। नौ फरवरी को सगाई करने के बाद साहिल देर रात एक बजे बिंदापुर स्थित निक्की के पास पहुंचा था। वहां उसकी छोटी बहन को देखकर साहिल, घर में निक्की की हत्या नहीं कर पाया।

काफी समझाने बुझाने के बाद हिमाचल प्रदेश घुमाने के बहाने साहिल 10 फरवरी की सुबह छह बजे निक्की को कार से लेकर निकल गया। वह चचेरे भाई आशीष की कार लेकर वहां आया था। बिंदापुर से निकलकर साहिल व निक्की पहले निजामुद्दीन गए। वहां से घूमते हुए सुबह आठ बजे दोनों आनंद विहार बस अड्डा पहुंचे और नौ बजे फिर निगम बोध घाट की पार्किंग में आ गए। वहां नौ से दस बजे के बीच साहिल ने मोबाइल केबल के तार से निक्की की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को पहले वहां यमुना में फेंकना चाहा।

मौका न मिल पाने व पकड़े जाने के डर से उसने फिर प्लान बदल लिया और मित्राऊं के लिए निकल पड़ा। इस दौरान साहिल के दोनों भाई व दोनों दोस्त लगातार उसके संपर्क में रहे। चोरों साहिल को नहीं घबराने का हौसला देते रहे। पश्चिम विहार सुनसान जगह पर पहुंचने पर चारों एक अन्य कार से साहिल के पास आ गए और फिर साथ-साथ सभी मित्राऊं गांव के खाली प्लाट पर बने खाओ पियो ढाबे पर आ गए।

वहां फ्रिज खाली कर सभी ने निक्की की लाश को उसमें छिपा दिया। लाश को ठिकाने लगाने के बाद साहिल जब अंदर कपड़े बदलने लगा तब उस दौरान चारों ढाबे के बाहर आकर खड़े हो गए। वीरेंद्र गहलोत भी इस दौरान लगातार संपर्क में था। उसके बाद सभी शादी के लिए अपने घर आ गए।

पुलिस ने जोड़ी और कई धाराएं

उधर जांच में कई नई जानकारी सामने आने पर क्राइम ब्रांच ने मुकदमे में आपराधिक साजिश रचने, सुबूत मिटाने, आपराधिक घटना की जानकारी होने के बावजूद पुलिस को उसकी सूचना न देने, छिपाने व आरोपित को संरक्षण देने की चार अतिरिक्त धाराएं भी जोड़ दी गई हैं। पहले पुलिस ने केवल हत्या की धारा में साहिल गहलोत के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज किया था।

आपराधिक साजिश रचने की धारा लगाने पर अब सभी छह आरोपितों पर समान रूप से कार्रवाई होगी। अगर पुलिस घटना की कड़ियां जोड़ते हुए कोर्ट में पर्याप्त सुबूत पेश करने में कामयाब हो जाती है तब सभी छह आरोपितों को अधिकतम फांसी व न्यूनतम उम्रकैद की सजा हो सकती है।

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