लखनऊ, 26 नवम्बर 2022 : छात्रों के दो गुटों के आपसी अहम ने एक छात्र की जान ले ली। कठौता स्थित एलपीएस में 12वीं का छात्र पुनीत तिवारी उर्फ अंश विभव खंड में रायल माउंट एकेडमी के बाहर दोस्त के साथ खड़ा था। स्कूल की छुट्टी होते ही शनिवार दोपहर में अचानक छात्रों के दो गुटों में भिड़ंत हो गई। इस दौरान एक गुट ने अंश को पीट-पीटकर मार डाला। अंश के साथी उसे लोहिया अस्पताल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने छात्र को मृत घोषित कर दिया।
अंश के पिता शंकराचार्य तिवारी बाराबंकी में एआरटीओ के यहां सुपरवाइजर हैं। उन्होंने बताया कि फोन पर उन्हें अंश के मारपीट में घायल होने की जानकारी मिली। दोपहर करीब एक बजे वह लोहिया अस्पताल पहुंचे, जहां उनका बेटा मृत पड़ा मिला। चिनहट स्थित सेमरा गांव में शंकराचार्य की पत्नी ममता बच्चों के साथ रहती हैं। शंकराचार्य गोंडा के कर्नलगंज स्थित रुदौलिया गांव के मूल निवासी हैं। ममता ने बताया कि शनिवार सुबह उनका बेटा स्कूल जाने के लिए निकला था।
आरोपित छात्रों से पहले भी हुआ था झगड़ा
आरोप है कि उनके बेटे को फोन कर किसी ने रायल माउंट एकेडमी बुलाया, जहां कुछ युवकों ने उसपर हमला कर दिया। लोहिया अस्पताल पहुंची ममता ने तीन छात्रों पर संगीन आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि 20 दिन पहले भी छात्रों के दूसरे गुट ने उनके बेटे के साथ झगड़ा किया था। मामले की जानकारी दोनों गुटों के अभिभावकों तक पहुंची थी। अभिभावक स्कूल में बुलाए गए थे। इस दौरान विभूतिखंड पुलिस और स्कूल प्रबंधन ने समझौता करा दिया था। पीड़ित परिवार ने हत्या का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। अंश का एक बड़ा भाई नवनीत है, जो बीमार रहता है।
अंश की मौत का कारण स्पष्ट नहीं
रायल माउंट एकेडमी के बाहर छात्रों के दो गुटों में मारपीट हुई। इस दौरान भीड़ जमा हो गई और स्कूल के शिक्षक भी वहां पहुंच गए। मारपीट के बाद अंश भीड़ से बाहर निकला और थोड़ी देर बाद बेहोश हो गया। अंश के शरीर पर चोट के गंभीर निशान नहीं मिले हैं। मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत की वजह पता चलेगी। तहरीर के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। - प्राची सिंह, डीसीपी पूर्वी
घटना से स्कूल स्तब्ध
इस घटना से पूरा स्कूल स्तब्ध है। बाहरी बच्चों के हमले में स्कूल के बच्चे की मृत्यु की सूचना देर शाम मिली। मारपीट का कारण पता नहीं चला है। यह बच्चा 22 नवंबर से स्कूल नहीं आ रहा था। स्कूल के बाहर बच्चों की सुरक्षा के लिए शिक्षक हमेशा तैनात रहते हैं। बच्चों की काउंसिलिंग भी कराई जाती है। इस घटना को देखते हुए सुरक्षा और बढ़ाई जाएगी। -अनीता चौधरी, प्रिंसिपल, एलपीएस गोमतीनगर
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