लखनऊ, 7 जुलाई 2022 : एनडीए की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के लखनऊ आगमन से एक दिन पहले ही विपक्ष के साझा उम्मीदवार यशवंत सिन्हा का आज लखनऊ का दौरा है। तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यशवंत सिन्हा को विपक्षी दलों ने मिलकर मैदान में उतारा है। राष्ट्रपति पद के चुनाव 18 जुलाई के बाद मतगणना 21 जुलाई को होगी और उसी दिन परिणाम भी घोषित किया जाएगा। इïसके नामांकन की अंतिम तिथि 29 जून को थी।
केन्द्र में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशवंत सिन्हा आज लखनऊ प्रवास के दौरान समाजवादी पार्टी के साथ ही उसके सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकदल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी तथा कांग्रेस के विधायकों से भेंट करेंगे। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यशवंत सिन्हा का एक कार्यक्रम समाजवादी पार्टी के कार्यालय में भी रखा है। राष्ट्रपति पद के लिए 18 जुलाई को होने वाले मतदान के लिए विपक्षी दलों ने भी यशवंत सिन्हा के पक्ष में माहौल बनने के लिए कमर कस ली है।
राष्ट्रपति पद के विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा गुरुवार को राजधानी लखनऊ आ रहे हैं। यशवंत सिन्हा लखनऊ में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही सपा विधायकों से मिलकर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील करेंगे। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोट डाले जाएंगे। यशवंत सिन्हा के लखनऊ आने का कार्यक्रम तय होने के बाद अखिलेश यादव ने भी अपने सभी विधायकों की बैठक बुला ली है। यह बैठक सपा के प्रदेश कार्यालय में शाम पांच बजे से होगी। इसमें यशवंत सिन्हा भी मौजूद रहेंगे। वह सभी विधायकों से वोट मांगेंगे। इसके बाद अखिलेश यादव पत्रकार वार्ता भी करेंगे।
अखिलेश इससे पहले यशवंत सिन्हा के नामांकन के समय दिल्ली भी गए थे। यशवंत सिन्हा के लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यालय में आगमन से पहले यहां पर नए विधायकों को राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर मतदान की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। यशवंत सिन्हा के साथ अखिलेश यादव सपा कार्यालय में मीडिया को भी संबोधित करेंगे।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए भाजपा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) प्रत्याशी के रूप में जनजाति वर्ग से आने वालीं झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा की है। विपक्ष ने पूर्व वित्त मंत्री और पुराने भाजपा नेता यशवंत सिन्हा पर दांव चला है। उनके बीच मुकाबले की तस्वीर को उत्तर प्रदेश लगभग स्पष्ट कर देता है। इस चुनाव में उत्तर प्रदेश की बड़ी भूमिका होगी। यहां के विधायकों के मत का सर्वाधिक मूल्य है। इस तरह विपक्षी एकजुटता के बावजूद उत्तर प्रदेश से राजग प्रत्याशी को 1,19,084 मत मूल्य की बढ़त मिलना लगभग तय है। देशभर के मतदाता जनप्रतिनिधियों के कुल मत मूल्य 10,86,431 का 14.86 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश के पास है। राष्ट्रपति चुनाव में सभी राज्यों के लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों के वोट का मूल्य बराबर है, जो कि 700 है। विधायकों के वोट का मूल्य आबादी की गणना के अनुसार तय होता है। यूपी के प्रत्येक विधायक के वोट का मूल्य 208 है। यहां से 80 लोकसभा सदस्य, 31 राज्यसभा सदस्य और 403 विधायक हैं। लोकसभा सदस्यों के मतों का कुल मूल्य 56,000 होता है। उत्तर प्रदेश के 80 लोकसभा सदस्यों में सर्वाधिक 64 सांसद भारतीय जनता पार्टी भाजपा के हैं। भाजपा के सहयोगी दल अपना दल सोनेलाल के पास दो सांसद हैं। बसपा के पास दस, सपा के पास तीन तथा कांग्रेस के पास एक सांसद हैं।
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