भाजपा इस बार उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में वोटरों को जोड़ने वाली सबसे निचली कड़ी को मजबूत करेगी। इसके तहत भाजपा प्रदेशभर में करीब 10 लाख पन्ना प्रमुखों की तैनाती करेगी। ये पन्ना प्रमुख अपने क्षेत्र में पार्टी के सबसे जाने-पहचाने चेहरे होंगे। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 403 में से 312 विधानसभा सीटें जीती थीं और 40% वोट शेयर हासिल किया था। भाजपा अपना वोट शेयर बढ़ाने के लिए संगठन में सबसे निचले पायदान की कड़ी पन्ना प्रमुख की टीम को मजबूत करने में जुटी है।
भाजपा ने कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में बूथ समिति से एक कदम आगे जाकर पन्ना प्रमुख स्तर तक जिम्मेदारियां तय कर दी थीं। भाजपा के लिए यह प्रयोग कई राज्यों में बेहद कारगर साबित हुआ। इसी के मद्देनजर पिछले दिनों एक सप्ताह तक चली विधानसभावार कार्ययोजना बैठकों में भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल सहित प्रदेश स्तर के पार्टी पदाधिकारियों की तरफ से पन्ना प्रमुखों की कार्यप्रणाली पर चर्चा की गई थी। इसमें तय हुआ कि अकेले कानपुर महानगर की दो जिला इकाइयों में करीब 50 हजार पन्ना प्रमुख बनाए जाएंगे। इसी तरह झांसी की चारों विधानसभा को मिलाकर लगभग 20 हजार पन्ना प्रमुख भाजपा तैयार करेगी।
उदाहरण के लिए झांसी की चारों विधानसभा को मिलाकर करीब 1723 मतदान केंद्र हैं। इसमें सबसे ज्यादा 471 मतदान केंद्र मऊरानीपुर विधानसभा में हैं। गरौठा विधानसभा में 450, सदर विधानसभा में 417 और बबीना में 385 बूथ हैं। एक मतदान केंद्र पर औसतन 900 वोटर होते हैं।
किस तरह पन्ना प्रमुख बनाएगी भाजपा?
एक बूथ पर करीब 20 से 21 पन्ना प्रमुख बनाए जाएंगे। इन पन्ना प्रमुखों का क्षेत्र वहां रहने वाले छह से सात परिवारों के बीच का होगा। पन्ना प्रमुख उन लोगों को बनाया जाएगा, जो उस क्षेत्र के लोगों के बीच पार्टी का सबसे जाना पहचाना नाम होंगे या पार्टी नेता होंगे।
इस तरह सभी शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में पन्ना प्रमुख बनाए जाएंगे। प्रत्येक पन्ना प्रमुख अभी से लेकर चुनाव तक अपने क्षेत्र के लोगों से संपर्क करेगा। उसे भाजपा से जोड़ने और पार्टी की विचारधारा के साथ लाने का पूरा प्रयास करेगा ताकि चुनाव के समय वह भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करे।
भाजपा संगठन की इकाई इस तरह काम करेगी- राष्ट्रीय इकाई, प्रदेश इकाई, जिला इकाई, मंडल इकाई, शक्ति केंद्र (सेक्टर), बूथ इकाई, पन्ना प्रमुख।
क्या होते हैं पन्ना प्रमुख?
मतदान के दिन पन्ना मतलब वोटर लिस्ट का एक पेज होता है। इसके लिए भाजपा पन्ना प्रमुख बनाएगी। एक पन्ने में करीब 30 वोटर्स के नाम होते हैं। पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी अपने पन्ने में दर्ज वोटर्स से संपर्क करने और उन्हें भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए मनाने की होती है। मतदान के दिन भाजपा हर पन्ना प्रमुख से यह जांचती रहती है कि उन्हें मिले पन्ने से कितने लोग वोट डालने के लिए पहुंचे।
पन्ना प्रमुख की अवधारणा लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की देन है। इसके जरिए पार्टी को कई राज्यों में सफलता मिली।
टीम स्टेट टुडे
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