प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीबीएसई की 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 पर बने असमंजस को खत्म कर दिया। अंतिम फैसला लेते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद केंद्र सरकार और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने क्लास 12 बोर्ड एग्जाम रद्द करने का फैसला किया है।
छात्र और अभिभावक लगातार इसकी मांग कर रहे थे। विपक्षी दलों ने भी परीक्षा रद्द करने की मांग की थी।
सुप्रीम कोर्ट में चल रहे इस मामले में अदालत ने केंद्र से कहा था कि अगर आप पिछले साल की तरह परीक्षा रद्द न करने का निर्णय लेते हैं, तो उसका उचित कारण बताएंगे। आज बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि स्टूडेंट्स के हित का ध्यान रखते हुए यह फैसला लिया गया है।
क्या कहा प्रधानमंत्री ने
सीबीएसई 12वीं की परीक्षा रद्द करने के फैसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 'स्टूडेंट्स का स्वास्थ्य और उनकी सुरक्षा सर्वप्रथम प्राथमिकता है, जिससे कोई समझौता नहीं किया जा सकता। एग्जाम को लेकर स्टूडेंट्स, पैरेंट्स और टीचर्स में जो तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, उसे खत्म करना चाहिए। सभी भागीदारों के इस मामले में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
पीएम ने कहा कि 'कोविड के हालात अस्थिर हैं। देश के कुछ राज्यों में जहां माइक्रो-कंटेनमेंट जोन बनाकर संक्रमण का दर कम हो रहा है, वहीं कुछ जगहों पर अब भी लॉकडाउन लगा है। ऐसी परिस्थिति में पैरेंट्स, टीचर्स और स्टूडेंट्स खुद भी स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। ऐसे तनावपूर्ण माहौल में स्टूडेंट्स पर बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का दबाव नहीं डालना चाहिए।'
क्या होगा परीक्षाफल का
परीक्षाएं रद्द होने के बाद अब अहम सवाल यह है कि छात्रों के अंकपत्र कैसे तैयार होगें उन्हें नंबर कैसे दिए जाएंगे।
इस पर केंद्र और सीबीएसई ने कहा है कि समय के अनुसार उचित क्राइटीरिया के तहत मार्किंग की जाएगी और रिजल्ट तैयार होगा। वहीं स्टूडेंट्स को पिछली बार की तरह परीक्षा देने का विकल्प भी दिया जाएगा। सरकार और सीबीएसई ने कहा है कि पिछले साल की तरह यदि कुछ छात्र परीक्षा देने की इच्छा रखते हैं, तो स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा उन्हें ऐसा विकल्प प्रदान किया जाएगा।
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेन्द्र प्रधान, निर्मला सीतारमण एवं शिक्षा मंत्रालय के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
इससे पहले केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक आज बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कोई फैसला लेने वाले थे, मगर अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया है।
टीम स्टेट टुडे
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