नई दिल्ली, 2 अक्टूबर 2022 : प्रधानमंत्रीनरेन्द्र मोदीने सभी मंत्रियोंऔर सचिवों कोएक महत्वपूर्णसलाह दी है।सूत्रों ने रविवारको बताया किपीएम मोदी नेमंत्रियों से कहाहै कि वेराष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालयऔर राष्ट्रीय सुरक्षासलाहकार की ओरसे साझा किएगए नोट्स एवंअन्य सूचनाओं कीअनदेखी ना करें।पीएम मोदी नेयह भी कहाहै कि सभीमंत्री इन सूचनाओंऔर नोट्स कोगंभीरता से लें।
रणनीतिक दृष्टिकोण कोदेखने की जरूरत
पीएम मोदीने कहा हैकि कोई भीनीति बनाते समयभारत के रणनीतिकदृष्टिकोण को भीदेखने की आवश्यकताहै। ऐसे उदाहरणहैं जब राष्ट्रीयसुरक्षा परिषद के नोट्सको उचित महत्वनहीं दिया गया।शुक्रवार को हुईमंत्रिपरिषद की पांचघंटे की लंबीबैठक के दौरानपीएम मोदी नेदवाओं के निर्माणके लिए उपयोगकिए जाने वालेआयातित सक्रिय फार्मास्युटिकल अवयवों (एपीआई) पर निर्भरताके मामले काहवाला दिया, जिसेकई साल पहलेएनएससीएस ने उजागरकिया था।
एनएससीएस पर दीप्रस्तुति
रिपोर्ट केमुताबिक इस बैठकके बाद प्रधानमंत्रीमोदी के निर्देशपर डिप्टी एनएसएविक्रम मिश्री ने मंत्रियोंको अवगत करानेके लिए एनएससीएसपर एक प्रस्तुतिदी। सूत्रों नेबताया कि प्रस्तुतिमें डिप्टी एनएसएविक्रम मिश्री ने दुनियाभर में होरहे बदलावों औरभारत पर उनकेप्रभाव के बारेमें जानकारी साझाकी।
नीति निर्माणकी प्रक्रिया गतिशील
सूत्रों ने बतायाकि मिश्री कीप्रस्तुति प्रधानमंत्री के हस्तक्षेपके बाद आयोजितकी गई थी।मिश्री से पहलेवित्त सचिव टीवीसोमनाथन और वाणिज्यसचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यमने भी अपनाप्रेजेंटेशन दिया। मंत्रिपरिषद कीबैठक के दौरानपीएम मोदी नेयह भी रेखांकितकिया कि नीतिनिर्माण की प्रक्रियागतिशील है औरइसे बदलते वक्त केसाथ संशोधित करनेकी जरूरत है।पीएम मोदी नेबैठक में कहाकि नीतियों कोबनाने और लागूकरने में आत्मसंतुष्टहोने की प्रवृत्तिहै जिससे बचाजाना चाहिए।
Comments