लखनऊ, 30 जुलाई 2022 : उत्तर प्रदेश में जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक की ओर से खुद को योगी सरकार (Yogi Sarkar) में काम नहीं आवंटित करने के बारे में पिछले हफ्ते पत्र लिखकर वितंडा खड़ा करने के बाद जलशक्ति विभाग हरकत में आ गया है।
प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अनिल गर्ग की ओर से 28 जुलाई को जारी आदेश में जलशक्ति राज्य मंत्रियों दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) और रामकेश निषाद (Ramkesh Nishad) को कार्य आवंटित कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग समेत कई और विभागों में भी राज्यमंत्रियों को काम बांट दिया गया है। जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक की ओर से 19 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा गया पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें उन्होंने राज्य मंत्री की हैसियत से खुद को विभाग में कोई अधिकार और काम नहीं आवंटित करने का दुखड़ा रोया था।
उन्होंने पत्र में कहा था कि जब विभाग में हुए तबादलों के बारे में मांगने के बावजूद विभागाध्यक्ष की ओर से उन्हें कोई जानकारी नहीं उपलब्ध कराई गई तो उन्होंने प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अनिल गर्ग को फोन किया। गर्ग ने उनकी पूरी बात सुने बिना ही बीच में फोन काल को काट दिया।
इस प्रकरण को लेकर दो दिनों तक प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी रही। बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, दिनेश खटीक, विभाग के अन्य मंत्री और वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक कराकर मामले का पटाक्षेप कराया था। इस राजनीतिक झंझावात के बाद प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन की ओर से गुरुवार को जारी किये गए आदेश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निवासी राज्यमंत्री दिनेश खटीक को सहारनपुर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद के साथ ही झांसी, चित्रकूट धाम और कानपुर मंडलों में सिविल यांत्रिक संगठन के राजस्व अधिष्ठान और शासन को संदर्भित समूह 'ग' के कर्मचारियों के वह प्रकरण जिनमें अपील व दंड से संबंधित कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
वहीं दूसरे जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद को लखनऊ, प्रयागराज, आजमगढ़, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, वाराणसी, फैजाबाद और विंध्याचल मंडलों से जुड़ा काम दिया गया है।
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