google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0
top of page

प्रियंका के नेतृत्व में महिला मार्च, ढोल नगाड़ों के बीच गूंजा लड़की हूं, लड़ सकती हूं का नारा


लखनऊ, 8 मार्च 2022 : उत्तर प्रदेश में सोमवारको विधानसभा चुनाव 2022 में आखिरी चरण कामतदान समाप्त होनेके बाद भीराजनीति के मैदानमें कांग्रेस अभीभी सक्रिय रहनेके प्रयास मेंहै। अंतरराष्ट्रीय महिलादिवस पर कांग्रेसका लखनऊ मेंपार्टी की राष्ट्रीयमहासचिव प्रियंका गांधी वाड्राके नेतृत्व मेंमहिला मार्च निकालागया। करीब तीनकिलोमीटर के इसमहिला मार्च मेंशामिल होने वालीकुछ महिलाओं कोकांग्रेस की तरफसे स्कूटी तथास्मार्ट फोन काभी ऑफर है।

उत्तरप्रदेश कांग्रेस की महिलाविंग ने राष्ट्रीयइकाई के साथलखनऊ में अंतरराष्ट्रीयमहिला दिवस केअवसर पर महिलासशक्तिकरण का संदेशदेते हुए 'लड़कीहूं लड़ सकतीहूं' महिला मार्चका आयोजन किया।पार्टी की राष्ट्रीयमहासचिव तथा उत्तरप्रदेश की प्रभारीप्रियंका गांधी वाड्रा केनेतृत्व में होनेवाले इस मार्चमें उत्तर प्रदेशमें विधान सभाका चुनाव लड़नेवाली कांग्रेस की 159 महिला प्रत्याशी शामिल हुईं।प्रियंका गांधी वाड्रा केसाथ इस मार्चमें शिरकत करनेके लिए पूरेदेश से कांग्रेसकी निर्वाचित महिलाजनप्रतिनिधियों को भीआमंत्रित किया गयाहै।

ढोल नगाड़ों के बीच निकली लड़की हूं, लड़ सकती हूं... रैली

महिला दिवस पर लखनऊ के 1090 चौराहे पर लड़की हूं लड़ सकती हूं... गूंज रहा है। सिकंदरबाग से 1090 चौराहे तक का पूरा रास्ता जैसे गुलाबी रंग में रंगा है।महिलाओं का उत्साह भी देखते ही बन रहा।लड़की हूं लड़ सकती हूं.. लिखी हुई गुलाबी रंग की साड़ी के साथ ही प्रियंका गांधी की फोटो वाले बैग, दुपट्टे पहन के भी महिलाएं आई हुई हैं। अलग-अलग जगहों से महिलाओं की टोली रैली में हिस्सा लेने आई है। करीब दो बजे प्रियंका गांधी पहुंचीं। अपनी नेता को देखते ही कार्यकर्ताओं ने प्रियंका गांधी जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए।प्रियंका गांधी ने हाथ हिलाकर अभिवादन किया और जिंदाबाद का नारा तेज होता गया।ढोल नगाड़ों के बीच लड़की हूं लड़ सकती हूं... रेली सिकंदरबाग की ओर बढ़ने लगी। रैली में विधानसभा चुनाव में खड़े कांग्रेस के सभी प्रतिभागी भी शामिल हुए।



अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने बताया कि महिला मार्च लखनऊ के 1090 चौराहे से शुरू होकर सिकंदरबाग में वीरांगना ऊदा देवी प्रतिमा स्थल पर खत्म हुई। कांग्रेस के इस मार्च में समाजसेवा, चिकित्सा, शिक्षा और फिल्म जगत से जुड़ी महिलाएं भी शामिल हुईं। उन्होंने कहा कि यह महिला मार्च एकजुटता का संदेश देने और राजनीति को अधिक समावेशी बनाने और उसमें महिलाओं की भागीदारी का भी प्रतीक है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने लखनऊ में इस मार्च का नेतृत्व किया। देश की सबसे पुरानी पार्टी ने अपने अभियान लड़की हूं, लड़ शक्ति हूं के बड़े अभियान को चुनाव क्षेत्र से परे ले जाने का फैसला किया है। कांग्रेस ने महिला सशक्तिकरण के इस अभियान को आगे बढ़ाने का फैसला किया है।

नेट्टाडिसूजा ने बतायाकि उत्तर प्रदेशकी ऐतिहासिक भूमिसे शुरू कियागया 'लड़की हूंलड़ सकती हूं' अभियान कांग्रेस के लिएआंदोलन है। कांग्रेसमहिलाओं के सशक्तिकरणकी सिर्फ बातही नहीं करतीहै, बल्कि उसेजमीन पर लेकरभी जाती है। 'लड़की हूं लड़सकती हूं'कांग्रेसके लिए सिर्फचुनावी नारा नहींबल्कि देश-प्रदेशमें महिलाओं कोसामाजिक-आर्थिक रूप सेसशक्त और सक्षमबनाने के लिएशुरू किया गयाआंदोलन है। इसकाउद्देश्य भारतीय राजनीति मेंमहिलाओं और उनकीआकांक्षाओं को मुख्यधारामें लाना है।विधानसभा चुनाव से पहलेकांग्रेस पार्टी ने वादाकिया था किपार्टी कुल उम्मीदवारोंसे 40 प्रतिशत टिकटमहिलाओं को देगी।पार्टी ने वहवादा पूरा कियाऔर इस विधानसभाचुनाव में पार्टीकी ओर से 159 महिला उम्मीदवारों को पार्टीने चुनाव लड़नेका मौका दिया।

उन्होंनेबताया कि यहमहिला मार्च एकजुटताका संदेश देनेऔर राजनीति कोअधिक समावेशी बनानेके साथ-साथराजनीति में महिलाओंकी भागीदारी काभी प्रतीक है।नारी शक्ति केराजनीतिक पुनरोत्थान को अबकोई ताकत नहींरोक सकती हैऔर उत्तर प्रदेशसे इसकी शुरुआतहो चुकी है।प्रदेश की राजधानीलखनऊ में आयोजितइस मार्च मेंडॉक्टर्स, सेविकाओं, शिक्षिकाओं केसाथ खेल औरसिने जगत सेजुड़ी महिलाओं केअलावा कांग्रेस पार्टीकी महिला पदाधिकारीव कार्यकर्ता शामिलहुईं।

14 views0 comments
bottom of page
google.com, pub-3470501544538190, DIRECT, f08c47fec0942fa0