लखनऊ, 17 जनवरी 2022 : तेलंगाना के छात्र रोहित वेमुला की सातवीं पुण्यतिथि पर मंगलवार को होने वाले कार्यक्रम की अनुमति न देने के विरोध में आल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन (आइसा) ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आइसा ने गेट नंबर पांच से पहले विरोध मार्च निकाला, लेकिन उसे प्राक्टोरिलय टीम और पुलिस ने बीच रास्ते में रोक दिया गया। इसके बाद आइसा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
दरअसल, आइसा की लवि इकाई की ओर से तेलंगाना के छात्र रोहित वेमुला की सातवीं पुण्यतिथि पर 17 जनवरी को टैगोर लान में कार्यक्रम आयोजित जाना था। इसमें बीते दिनों काशी विश्वनाथ मंदिर पर विवादित टिप्पणी को लेकर चर्चा में रहे हिन्दी विभाग के प्रोफेसर रविकांत वक्ता के रूप में आमंत्रित किए गए थे। ‘शिक्षण संस्थानों में सामाजिक भेदभाव, हिंसा और राजनितिक विच हंट’ विषय पर होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर पर्चे भी बांटे गए।
आइसा उपाध्यक्ष निखिल का कहना है कि विश्वविद्यालय ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी। बल्कि चीफ प्राक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी ने आइसा संयोजक अंजलि और सह-संयोजक समर के खिलाफ नोटिस जारी कर दी। उन्होंने बांटे गए पर्चे को ध्यान से नहीं पढ़ा है, जो छात्रवृत्ति बंद होने के कारण छात्र समुदाय को होने वाली कठिनाइयों के आसपास केंद्रित है। उन्होंने नोटिस को तुरंत वापस लेने की मांग की। मंगलवार को आइसा के नेतृत्व में होने वाले कार्यक्रम की सूचना पर भरी संख्या में पुलिस बल गांधी पार्क के पास एकत्र हो गया। आइसा ने मार्च निकाला तो उन्हें रोक दिया गया, जिसके बाद प्रदर्शन शुरू हो गया है।
Comments