लखनऊ, 17 दिसम्बर 2022 : विधायक इरफान सोलंकी की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अब बांग्लादेशी रिजवान के आधार कार्ड प्रकरण में पुलिस इरफान पर एक और मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है। पुलिस ने छानबीन कराई है जिसमें सामने आया है कि आधार कार्ड फर्जी दस्तावेजों के सहारे बना था, लेकिन प्रक्रिया के तहत ही बनवाया गया था।
सपा विधायक इरफान सोलंकी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
जाजमऊ में मकान में आगजनी, कब्जा और धमकी देने में इरफान और उनके भाई रिजवान सोलंकी आरोपित थे। पुलिस का दबाव बढ़ा तो दोनों भाई फरार हो गए थे। फरार होने में इरफान और रिजवान की नूरी शौकत, उसका भाई अशरफ और मौसा इशरत ने मदद की थी।
इन तीनों के साथ पुलिस ने मुंबई से इरफान के दोनों सालों को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा था। मामले में पुलिस की जांच अभी जारी थी कि इस बीच शहर में एक बांग्लादेशी रिजवान मोहम्मद को पुलिस ने पहचान छिपाकर शहर में रहने के आरोप में पांच आरोपितों को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। रिजवान मोहम्मद के पास से भी यहां का आधार कार्ड बरामद हुआ था। दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि उसके पते को लेकर इरफान ने अपने लेटरपैड पर प्रमाणित किया था।
तो रिजवान के साथ जुड़ जाएगा इरफान का भी नाम
संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि इस मामले में और गहनता से छानबीन की तो सामने आया कि रिजवान मोहम्मद का आधार कार्ड कूट रचित दस्तावेजों से तो बनाया गया है, लेकिन प्रक्रिया के तहत ही बना है। यह मामला सामने आने के बाद पुलिस अब रिजवान मोहम्मद पर दर्ज मुकदमे में इरफान का नाम बढ़ाने की तैयारी कर रही है। इससे पहले पुलिस उच्च न्यायालय से अनुमति लेकर रिजवान मोहम्मद के आधार के बारे में यूआइडीएआइ से प्रमाणित दस्तावेज लेगी।
आज रिमांड मिलने की उम्मीद
बांग्लादेशी रिजवान मोहम्मद को पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही थी। इसके लिए पुलिस ने न्यायालय में आवेदन किया था। पुलिस को उम्मीद थी कि शुक्रवार को रिमांड मिल जाएगा, लेकिन नहीं मिल सका। माना जा रहा है कि शनिवार को रिजवान मोहम्मद का रिमांड मिलेगा।
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