बलरामपुर, 23 फरवरी 2022: महाराष्ट्र में मनी लांड्रिंग के मामले में एनसीपी नेता व महाराष्ट्र सरकार में अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के बाद सियासी घमासान शुरू हो गया है। बता दें कि नवाब मलिक जिले के रेहराबाजार थाना क्षेत्र के गजपुरग्रिंट गांव के निवासी हैं। एनसीपी नेता नवाब मलिक मंगलवार को गांव में ही थे। गांव में बने पुश्तैनी मकान में ही वह यहां आने पर रहते हैं। गांव के लोगों ने बताया कि उनको 27 फरवरी तक गांव में रहना था। दो दिन से वाराणसी में चुनाव प्रचार में थे। वह सोमवार को ही गांव आए थे।
बताते हैं कि डुमरियागंज में तीन दिन का कार्यक्रम था। इसलिए गांव में ही ठहरे थे। मुंबई से ईडी की नोटिस की सूचना मिलने के बाद वह अपना कार्यक्रम रद करके वापस चले गए। गांव के नरसिंह बहादुर व जर्रार ने बताया कि यहां के लोगों से उनका लगाव है। साल में दो-तीन बार गांव जरूर आते हैं। परिवार के लोग साथ में महाराष्ट्र में रहते हैं। गांव में कोई नहीं रहता है।
रफातुल्ला व मोअज्जम अली ने बताया कि जब वह गांव आते हैं तो मिलने वालों की भीड़ लगती है। लोगों से लगाव है। जबकि गांव आने की सूचना कम ही लोगों को रहती है। गांव व आसपास के कमजोर लोगों की मदद करते हैं। घर पर कोई रहता नहीं है। बताया था कि 27 तक गांव में रहेंगे। बनारस के बाद डुमरियागंज में कार्यक्रम लगा था, लेकिन अचानक उनको वापस जाना पड़ा।
यह है मामला
ईडी ने दाऊद इब्राहिम मनी लान्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। ईडी की ओर से गिरफ्तार किए जाने के बाद राकांपा नेता नवाब मलिक ने कहा कि भले ही उनको गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन वह डरेंगे नहीं। उन्होंने कहा- हम लड़ेंगे और जीतेंगे। ईडी ने मलिक को PMLA कोर्ट में पेश किया है। सूत्रों का कहना है कि ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी।
Comments