नई दिल्ली, 13 जुलाई 2022 : अभूतपूर्व संकट से जूझ रहे श्रीलंका की हालत अब और भी ज्यादा खराब हो गई है। भारी विरोध प्रदर्शन के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर भाग गए हैं। श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने संसद के अध्यक्ष से एक नए प्रधानमंत्री को नामित करने के लिए कहा है। विक्रमसिंघे की मीडिया टीम ने बुधवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद यह बात कही है।
समाचार एजेंसी के अनुसार उनकी टीम ने अपने बयान में कहा कि कार्यवाहक राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने को एक ऐसा प्रधानमंत्री नामित करने के लिए सूचित किया है जो सरकार और विपक्ष दोनों को स्वीकार्य हो।
कोलंबो में लगाया गया कर्फ्यू
बता दें कि गंभीर आर्थिक संकट से नाराज प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे और विक्रमसिंघे को दोनों को अपने पद से बाहर करने की मांग की है। श्रीलंका में हालात बेकाबू हो गए हैं। इस वजह से यहां इमरजेंसी लगा दी गई है। वहीं, कोलंबो में कर्फ्यू लगाया गया है। गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ने की खबर के बाद से ही जनता सड़क पर उतर आई है।
प्रदर्शनकारियों ने पार्लियामेंट के बैरिकेड्स को तोड़ा
श्रीलंका के डेलीमिरर के अनुसार बुधवार को सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने संसद के बाहर लगाए गए बैरिकेड्स की पहली पंक्ति को तोड़ दिया। उग्र होते प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इससे पहले हुई सर्वदलीय बैठक में सुरक्षा बलों ने चर्चा की कि क्या संसद की सुरक्षा के लिए बल प्रयोग किया जाना चाहिए। हालांकि, इस अनुरोध को उपस्थित नेताओं ने ठुकरा दिया।
पीएम कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन में 1 की मौत
डेलीमिरर की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार 13 जुलाई को फ्लावर रोड में श्रीलंका के प्रधानमंत्री और कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे के कार्यालय के बाहर आंसू गैस के गोले दागने के बाद अस्पताल में भर्ती हुए 26 वर्षीय प्रदर्शनकारी की सांस लेने में तकलीफ के बाद मौत हो गई।
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