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STF ने दिल्ली पुलिस के पूर्व एसीपी व इंस्पेक्टर से की पूछताछ


लखनऊ, 12 मार्च 2023 : माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक पुत्र अब्बास अंसारी के विरुद्ध शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग के मामले में कस्टम अधिकारियों के बाद दिल्ली पुलिस के अफसरों से पूछताछ की गई है। एसटीएफ मुख्यालय में शनिवार को दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर आम्र्स जसवंत से लंबी पूछताछ की गई। कई बिंदुओं पर उनके बयान दर्ज किए गए हैं।

इससे पूर्व दिल्ली पुलिस के ही तत्कालीन एसीपी वेद प्रकाश (अब सेवानिवृत्त) से भी लंबी पूछताछ की गई थी। इन दोनों अधिकारियों ने नियम विरुद्ध अब्बास अंसारी के शस्त्र लाइसेंस पर आठवां शस्त्र खरीदे जाने को लेकर मांगी गई अनुमति पर संस्तुति की थी। एसटीएफ अधिकारियों का कहना है कि खिलाड़ी कोटे में एक लाइसेंस पर अधिकतम सात शस्त्र खरीदे जाने की अनुमति दी जा सकती है। यह सभी शस्त्र शूटिंग में उपयोग होने वाले बोर के ही होने चाहिए। खिलाड़ी को भी पब्लिक बोर का शस्त्र खरीदने के लिए अलग से अनुमति लेनी होती है।

अब्बास के मामले में दोनों ही प्रकार की गड़बड़ी सामने आई है। दिल्ली पुलिस के अधिकारी एसटीएफ के सामने नियमों को लेकर भ्रम का हवाला देकर अपने बचाव का रास्ता तलाशते रहे। एसटीएफ ने इससे पूर्व मामले में दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट में तैनात रहे कस्टम के तत्कालीन असिस्टेंट कमिश्नर विद्याधर बी.पचौरे से भी लंबी पूछताछ की थी। अब्बास के विदेश से लाए गए असलहों व उन्हें दी गई क्लीयरेंस को लेकर छानबीन के कदम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग के मामले में आरोपित अब्बास अंसारी के विरुद्ध कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है। जिसके उपरांत अब दिल्ली पुलिस, लखनऊ जिला प्रशासन, नेशनल राइफल एसोसिएशन व कस्टम के अधिकारियों की भूमिका की जांच चल रही है।

निशानेबाज अब्बास अंसारी विदेश से प्रतिबंधित बोर के चार असलहे लाया था। जबकि उसके एक शस्त्र लाइसेंस पर आठ असलहे चढ़वाए गए थे। इस खेल के लिए अब्बास ने उत्तर प्रदेश में बना अपना शस्त्र लाइसेंस वर्ष 2015 में दिल्ली के पते पर ट्रांसफर कराया था। अब्बास वर्ष 2016 में विदेश से अपने पर्सनल बैगेज में विदेश से शस्त्र लाया था।

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