लखनऊ, 18 जुलाई 2023 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को नव चयनित स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) यानी एएनएम को नियुक्ति पत्र वितरित किए। लोक भवन में आयोजित कार्यक्रम में योगी ने कहा कि पिछले छह वर्षों में यूपी बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर निकला और अब सशक्त राज्य बनने की ओर तेजी से अग्रसर है।
नीति आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2015-16 में 5.75 करोड़ यानी करीब 38 प्रतिशत लोग यूपी में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे थे। मात्र चार वर्षों में ही वर्ष 2019-20 यह आंकड़ा घटकर 22 प्रतिशत पर पहुंच गया। अगर अब सर्वे किया जाए तो यह निश्चित तौर पर 11 से 12 तक ही होगा। अभी भी कई राज्य बीमारू राज्य की श्रेणी में ही है मगर यूपी तेजी से विकास कर रहा है।
नीति आयोग के मार्गदर्शन में बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर सहित अन्य आकांक्षी जिलों में काफी अच्छा कार्य किया गया। अब 100 आकांक्षी विकास खंडों की पहचान कर उनमें सुधार के लिए कार्य किया जा रहा है। योगी ने कहा कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के वर्ष 2015-16 के आंकड़ों के अनुसार नियमित टीकाकरण के लक्ष्य के सापेक्ष सिर्फ 51 प्रतिशत ही टीकाकरण हुआ था वर्ष 2019-20 में यह बढ़कर 70 प्रतिशत तक पहुंच गया।
अगर वर्तमान समय में सर्वे किया जाए तो यह अब 98 प्रतिशत होगा। उन्होंने कहा कि जापानी इंसेफ्लाइटिस को नियंत्रित करने में सफलता मिली है। कोरोना को भी बेहतर ढंग से काबू में किया गया। इसमें आशा वर्कर और एएनएम ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
योगी ने कहा कि प्रदेश में युवाओं को तेजी से रोजगार दिया जा रहा है, डेढ़ साल के भीतर यह 19 वा पत्र वितरण कार्यक्रम है और 58,000 युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। योगी ने कहा कि बिना भेदभाव लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं पहले तो भर्ती निकलते ही चाचा भतीजा झोला लेकर कमाई करने निकल पड़ते थे। अब पारदर्शी ढंग से चयन प्रक्रिया पूरी की जा रही है।
कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि छह वर्ष पूर्व तो भर्ती में इतनी धांधली होती थी कि मेधावी कुंठित रहते थे। अब उन्हें पारदर्शी ढंग से उनकी मेहनत का फल मिल रहा है। इस नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में कुल 1,573 नव चयनित एएनएम को नियुक्ति पत्र दिए गए। कार्यक्रम में योगी ने 10 एएनएम को नियुक्ति पत्र दिए बाकी को जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर नियुक्ति पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र और प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थसारथी सेन शर्मा मौजूद रहे।
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