कोरोनाकाल में लॉकडाउन के दौरान समस्या के समाधान की कुंजी बन गए जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह
- statetodaytv

- May 27, 2020
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आप चिंता मत कीजिये, आप जल्द अपने घर पहुंच जाएंगे।
आपके पास राशन भेजने की व्यवस्था कर दी गई है।
बस एक ट्वीट करने की देरी है और आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।
ये बातें कोरी नहीं हैं। हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश की जेवर विधानसभा के विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह की। जिन्होंने कोरोनाकाल में चौबीसों घंटे जनसेवा को ही अपना लक्ष्य बना लिया है। कोरोना के संक्रमण काल में इस जनप्रतिनिधि ने लोगों की सेवा और मदद में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सोशल मीडिया का सहारा लेते हुए बीते दो महीने से विधायक धीरेन्द्र सिंह के ट्विटर एकाउंट @DhirendraGBN पर आने वाली हर समस्या का तत्काल निदान निकाला गया है।

24 मई को रात 8.30 बजे सुनील नाम के किसी व्यक्ति ने धीरेन्द्र सिंह जी को टैग करके ट्वीट किया कि बनारस में कुछ मुस्लिम परिवार ईद का मौके पर राशन की कमी से भूखे रहने पर मजबूर हैं...टीम धीरेन्द्र सिंह ने तुरंत वाराणसी के मंडलायुक्त से बात करके सम्बन्धित परिवारों तक राशन और मिठाई भिजवा दी....

नोएडा और आसपास के इलाके में प्रवासी मजदूरों का दर्द देख धीरेन्द्र सिंह न केवल उनके भोजन की व्यवस्था कर रहे हैं बल्कि उनको सुरक्षित घर पहुंचाने के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर उनको ट्रैन और बस से घर पहुंचवाने की व्यवस्था भी कर रहे हैं....

धीरेन्द्र सिंह के ट्विटर पर नज़र दौड़ाई जाय तो पता चलेगा न जाने कितने जरुरतमंद लोगों के लिए पास की व्यवस्था वो लगातार कर रहे हैं ,कभी ऐसा भी वक्त आया की जब उन्होंने मजदुरो के लिए ट्रेन में जाने की व्यवस्था कर दी लेकिन ट्रेन में एक दिन की देरी होने पर वो उनके रहने और भोजन तक की व्यवस्था में जुटे रहे। इस लॉक डाउन में ऐसी कई किस्से हैं जिनमे कुछ ठाकुर धीरेन्द्र सिंह एक मसीहा और मददगार की भूमिका में नज़र आये।

वीरेंद्र नाम का एक शख्स बिहार के भागलपुर से इंटर की परीक्षा देकर काम की तलाश में दिल्ली आया और लाकडाउन के चलते दाने दाने को मोहताज हो गया, घर से रुपये मंगाकर किसी से साईकिल खरीदी और साईकिल पर सवार होकर ही बिहार के लिए चल पड़ा, किसी तरह वो जेवर तक पहुंच सका था कि ठाकुर धीरेन्द्र को इसकी जानकारी मिली और उसको भी सकुशल भागलपुर पहुंचाने की व्यवस्था करना उन्होंने अपना कर्तव्य समझा।

स्टेट टुडे संवाददाता से एक वाकये का जिक्र करते हुए धीरेन्द्र बताते हैं कि एक दिन उन्होंने प्रदेश के एक डीएम को ट्विटर पर टैग करते हुए उस जिले के कुछ लोगों के लिए मदद मांगी तो डीएम ने उत्तर देते हुए कहा कि सम्बन्धित एसडीएम से संपर्क करें, धीरेन्द्र ने तुरंत उत्तर का स्क्रीन शॉट मुख्यमंत्री के संज्ञान में ला दिया और डीएम को सम्बन्धित लोगों की मदद के लिए आधी रात में एक्टिव होना पड़ा।

ठाकुर धीरेन्द्र सिंह का कहना है कि हम हर उस व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं जिसे थोड़ी भी मदद की ज़रूरत है बस आपने फोन में ट्विटर एप इंसटाल करके हमें टैग करके अपनी समस्या बता भर दे, उसको सुलझाना हमारा काम है।
धीरेन्द्र सिंह के अहम सहयोगी देवेंद्र भाटी बताते हैं कि ट्विटर और फोन पर मिली शिकायतों को प्राथमिकता के साथ समाधान के लिए विधायक जी के सख्त निर्देश हैं..इसलिए उन्होंने अपनी टीम को हिदायत दे रखी है कि किसी भी व्यक्ति की समस्या को गंभीरता से सुनकर उसका त्वरित निस्तारण किया जाय
टीम स्टेट टुडे





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