लखनऊ, 17 दिसंबर 2023 : अनिल जी वहां जो लोग बैठे हैं, उनको कुछ नहीं मालूम है। खराबी आपके माइक में नहीं है, नीचे जो तार गया है उसमें समस्या है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मुंह से यह निकलते ही अधिकारियों को मानो सांप सूंघ गया।
प्रधानमंत्री की यह खिन्नता इसलिए उभरी कि वह तीन बार की कोशिश के बाद भी लाभार्थी से वर्चुअल संवाद नहीं कर पा रहे थे। बार-बार उनका कनेक्शन कट जा रहा था। केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से लाभार्थियों के जीवन में किस तरह का बदलाव हो रहा है यह जानने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद करना था।
ऐशबाग रामलीला ग्राउंड में मंच सजा था और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी, महापौर सुषमा खर्कवाल के अलावा राज्यसभा सदस्य डा. दिनेश शर्मा सहित तमाम पदाधिकारी भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री संवाद के लिए लखनऊ के अनिल कुमार गौतम से जुड़े, लेकिन अनिल की आवाज उन तक नहीं पहुंच पा रही थी। तीन बार प्रयास के बाद भी अनिल से उनका पूरा संवाद नहीं हो सका।
इससे प्रधानमंत्री खिन्न हो उठे। प्रधानमंत्री की टिप्पणी सुनते ही वहां मौजूद नेताओं और अफसरों के चेहरों पर हवाइयां उड़ने लगीं और अन्य लोग भी स्तब्ध रह गए। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ढाई लाख रुपये का अनुदान लेकर जानकीपुरम में घर बनाने वाले अनिल कुमार गौतम शाम को करीब चार बजे प्रधानमंत्री से जुड़े। दो बार विफल रहने के बाद तीसरी बार कुछ सेकेंड के लिए संपर्क जुड़ा तो प्रधानमंत्री ने पूछा कि अनिल जी क्या आज से पहले किसी सरकार ने ऐसी किसी योजना का लाभ दिया है।
अनिल ने कहा कि पहले मेरा मकान कच्चा था। मैं सिलाई का काम करता था, इसलिए बहुत दिक्कत होती थी। मुझे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ढाई लाख रुपये का अनुदान मिला। आज मेरे सिर पर पक्की छत है। मेरा मकान का किराया भी बच रहा है। पीएम ने फिर पूछा, अनिल जी आपने पहले भी कई सरकारें देखी हैं, क्या पहले किसी सरकार की योजनाओं का लाभ मिला है आपको।
अनिल ने कहा कि मुझे ऐसी योजना का लाभ कभी नहीं मिला। इस बार भी प्रधानमंत्री को अनिल की आवाज नहीं सुनाई दी। इसके बाद प्रधानमंत्री बोले, ठीक है आगे बढ़ते हैं किसी दूसरे राज्य की तरफ। इसके बाद पीएम का अनिल से वर्चुअल संवाद खत्म हो गया।
Comments