देवरिया, 4 अक्टूबर 2023 : रुद्रपुर क्षेत्र के फतेहपुर गांव में जिस दुबे परिवार पर दबंग प्रेमचंद्र यादव की हत्या का आरोप लगाया जा रहा है, सच्चाई यह है कि प्रेमचंद की हत्या की वारदात को अंजाम देते किसी ने नहीं देखा। पुलिस घटना के दिन से ही प्रेमचंद की हत्या की घटना के चश्मदीद की तलाश कर रही है। अभी तक एक भी व्यक्ति सामने नहीं आया है जिसने दुबे परिवार को घटना को अंजाम देते देखा हो। ऐसे में यह भी आशंका जताई जा रही है कि पहले से चले आ रहे विवाद के कारण उग्र भीड़ ने दुबे परिवार को ही निशाना बनाकर पांच लोगों की हत्या कर दी।
घटना के बाद कई तरह के सवाल लोगों की जेहन में उठ रहे हैं। दबंग प्रेमचंद्र की पत्नी ने बताया कि सुबह फाेन आया था, उसके बाद घर से वह निकले। वह फोन किसने किया था? प्रेमचंंद्र का शव सत्य प्रकाश के दरवाजे पर नहीं, 50 मीटर दूर खेत में सागौन के पेड़ के पास पड़ा था।
सवाल उठता है कि किसी की हत्या कर कोई घर में क्यों बैठा रहेगा? दुबे परिवार के पास भागने के लिए एक घंटे का समय था, फिर भी वह घर में परिवार के साथ क्यों बैठे रहे? यह वाकया बताता है कि सत्य प्रकाश कहीं आश्वस्त तो नहीं थे कि घटना को हमने अंजाम नहीं दिया, तो मुझे इससे क्या लेना देना। इसी विश्वास का खामियाजा उन्हें पांच जाने देकर चुकानी पड़ी।
उधर, प्रेमचंद्र के मोबाइल पर सोमवार की सुबह किसने फोन कर उसे बुलाया इसे जानने के लिए पुलिस कॉल डिटेल खंगालने में जुटी है। कॉल डिटेल मिलने के बाद काफी हद तक पुलिस को घटना को सुलझाने में मदद मिलेगी।
मामला चाहे जो हो, हर कोई इस जघन्य घटना को क्यों और किसने अंजाम दिया? घटना का मुख्य सूत्रधार कौन है? प्रेमचंंद्र के टोले पर लोगों को दुबे परिवार के प्रति बरगला कर कौन ले आया? इसके बारे में पता करने में पुलिस जुटी है। उधर, ग्राम प्रधान चुनाव व जिला पंचायत सदस्य चुनाव लड़ने के कारण गांव समेत इलाके में कई लोगों से प्रेमचंद्र यादव की दुश्मनी थी। पुलिस कई पहलुओं पर जांच कर रही है।
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