लखनऊ, 11 फरवरी 2023 : ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में मेडिकल सेक्टर में हुए निवेश से विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं मिलने की राह आसान होगी। प्रदेश में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने से लोगों को उपचार के लिए बाहर नहीं जाना होगा। 11 मेडिकल यूनिवर्सिटी, 15 सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, 17 मेडिकल कालेज 15 मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल, चार कैंसर सेंटर व पांच रिसर्च सेंटर आदि खुलने से प्रदेश के कोने-कोने में उत्कृष्ट उपचार की सुविधाएं मिलेंगी।
संत कबीर नगर में एशियन इंस्टीट्यूट आफ गैस्ट्रोएंट्रोलाजी 1,500 करोड़ रुपये की लागत से 1000 बेड का सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खोलेगा। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक कहते हैं कि मऊ में शारदा नारायण हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड 251 करोड़ की लागत से एक मेडिकल कालेज व 50 बेड का अस्पताल बनाएगा। कहने का अर्थ यह है कि अब छोटे-छोटे जिलों में भी लोगों को सुपर स्पेशियलिटी उपचार की सुविधा मिल सकेगी। उन्हें बड़े शहरों की ओर दौड़ नहीं लगानी होगी।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग 54,327 करोड़ रुपये का निवेश करा रहा है। 34,500 करोड़ रुपये राग हेल्थ केयर टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड ने निवेश किए हैं। मातृ ज्योति स्कीम के तहत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए जांच व उपचार की सुविधा दी जाएगी। वहीं आइ स्वास्थ्य स्कीम से लोगों के घर-घर जाकर हेल्थ चेकअप व तत्काल जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने की सुविधा दी जाएगी। यही नहीं मेडिकल डिवाइस मैन्यूफेक्चरिंग यूनिट माई हेल्थ सेंटर लगाएगा।
चिकित्सा शिक्षा विभाग ने 17,000 करोड़ का निवेश कराया है। वहीं आयुष विभाग ने 2,724 करोड़ रुपये का निवेश कराया है। यह तीनों विभाग मिलकर 2.90 लाख नौकरियां दिलाएंगे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कराए गए निवेश से 1.49 लाख नौकरियां, चिकित्सा शिक्षा विभाग 67 हजार व आयुष विभाग द्वारा कराए गए निवेश से 74,954 नौकरियां मिलेंगी।
छोटे निवेशकों ने दिए सबसे अधिक प्रस्ताव
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर छोटे उद्यमियों ने भी उत्साह दिखाया है। सौ करोड़ रुपये से कम के निवेश के सबसे अधिक प्रस्ताव राज्य सरकार को प्राप्त हुए हैं।
सौ करोड़ की सीमा के भीतर की एमएसएमई इकाइयों ने 16960 प्रस्ताव दिए हैं, हालांकि यह कंपनियां कितना निवेश कर रही हैं, इस बाबत सरकार के स्तर से स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है। वहीं, 100-500 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव देने वाली कंपनियों की संख्या 1145 रही है। 500-1000 करोड़ का निवेश करने के लिए 250 कंपनियों ने एमओयू किया है।
1000-2000 करोड़ रुपये के निवेश के लिए 55 कंपनियों ने एमओयू किया है। वहीं, 1500-2000 करोड़ रुपये तक का निवेश करने वाली कंपनियों की संख्या 45 रही है। 2000 करोड़ से अधिक का निवेश करने वाली 186 मेगा कंपनियों ने राज्य सरकार के साथ एमओयू किया है।
अदाणी समूह ने किया 24,200 करोड़ का एमओयू
यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी की दूरी सभी को भले ही अखर रही हो लेकर उत्तर प्रदेश में निवेश को लेकर अपने वादे से दिग्गज कारपोरेट कंपनी पीछे नहीं हटी है। अदाणी समूह की अदाणी लाजिस्टिक्स लिमिटेड ने प्रदेश सरकार के साथ लाजिस्टिक्स एंड वेयरहाउसिंग क्षेत्र के लिए 11 एमओयू किए हैं। कंपनी ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ् 24,200 करोड़ रुपये के एमओयू किए हैं। इस निवेश से करीब 156500 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार हासिल होंगे। कंपनी ने बहराइच, लखनऊ, गाजियाबाद, प्रयागराज, बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, कानपुर और हमीरपुर में लाजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग की इकाई लगाएगी।
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