सीएम योगी ने किए रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन
11 दिन में मुख्यमंत्री ने रामनगरी का किया तीसरा दौरा
अयोध्या, 19 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए। संकट मोचन हनुमान के दर्शन कर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुखी-स्वस्थ उत्तर प्रदेश की कामना की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने रामलला के दर्शन, आरती व परिक्रमा की। महज तीन बाद रामलला अपने भव्य-दिव्य मंदिर में विराजमान होंगे। ऐसे में सीएम ने यहां की सभी व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया।
रामलला के चरणों में लगाई हाजिरी
हनुमानगढ़ी में दर्शन-पूजन के उपरांत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला के दर्शन-पूजन किए। यहां उन्होंने संतों-महंतों से भी हालचाल जाना। यहां ट्रस्ट से जुड़े लोगों ने मुख्यमंत्री को प्राण-प्रतिष्ठा से जुड़ी जानकारी दी। दर्शन-पूजन के दौरान काबीना व प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, सांसद लल्लू सिंह, विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, डॉ. अमित सिंह चौहान, रामचंद्र यादव आदि मौजूद रहे।
1008 कुंडीय हनुमन महायज्ञ में शामिल हुए सीएम योगी
गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने की तुलसी पीठाधीश्वर श्रीरामभद्राचार्य से मुलाकात
सीएम ने जाना हालचाल, अंगवस्त्र ओढ़ाकर श्रीरामभद्राचार्य को किया सम्मानित
अयोध्या, 19 जनवरी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य से भी मुलाकात की। पद्म पुरस्कार से सम्मानित श्रीरामभद्राचार्य के 75वें जन्मदिवस पर अयोध्या के काशीराम कॉलोनी के पास अमृत महोत्सव का आयोजन किया गया है। यह आयोजन 14 जनवरी से शुरू हुआ है, जो 22 जनवरी तक निरंतर चलेगा। आयोजन के छठवें दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यहां पहुंचे। आयोजन स्थल पर चल रही 1008 कुंडीय हनुमन महायज्ञ में शामिल हुए। योगी आदित्यनाथ ने आहुति देकर सुखी स्वस्थ व समृद्ध उत्तर प्रदेश की कामना की।
जगद्गुरु श्रीरामभद्राचार्य का जाना हाल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबसे पहले जगदगुरु श्रीरामभद्राचार्य के पास पहुंचे। अंगवस्त्र ओढ़ाकर उनका सम्मान किया। यहां सीएम ने श्रीरामभद्राचार्य का हालचाल भी जाना। आयोजन स्थल पर सीएम को देख उपस्थित श्रद्धालुओं व आगंतुकों ने अपने मोबाइल में फोटो व वीडियो बनाया। सभी सीएम की एक झलक पाने को बेताब दिखे। मुख्यमंत्री ने भी लोगों का अभिवादन किया।
सीएम योगी ने प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियों का लिया जायजा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दर्शन-पूजन के उपरांत राम मंदिर भी पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री ने प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारियों का जायजा लिया। इसके बाद शुक्रवार को पूजन में भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने यहां दिव्य-भव्य मंदिर का अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम के मद्देनजर पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण किया। यहां विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक दिनेश से व्यवस्था से जुड़ी जानकारी ली। फिर विहिप, ट्रस्ट के साथ ही स्थानीय प्रशासन-पुलिस के अफसरों को चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था रखने का निर्देश दिया।
सीएम योगी का किया गया भव्य स्वागत
अमृत महोत्सव पहुंचने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी भव्य स्वागत किया गया। यहां विटेंज कार में बैठकर सीएम योगी आदित्यनाथ कथा स्थल के अंदर पहुंचे। इस दौरान श्रीरामभद्राचार्य जी के उत्तराधिकारी रामचंद्र दास, प्रदेश सरकार के मंत्री सूर्यप्रताप शाही, जयवीर सिंह, विधायक डॉ. अमित सिंह चौहान आदि अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
22 जनवरी भारत के विश्वास, लोकआस्था व गौरव की पुर्नप्रतिष्ठा का दिन: सीएम योगी
यूपी के मुखिया ने दिलाया विश्वास- आमजनमानस के सहयोग, संतों के आशीर्वाद और रामलला की कृपा से प्राण-प्रतिष्ठा के आयोजन को सकुशल संपन्न कराएंगे
बोले- लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी व प्रयागराज समेत अन्य शहरों से आने के लिए बेहतरीन ग्रीन कॉरिडोर की हुई है व्यवस्था
अयोध्या, 19 जनवरीः सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ न्यास के तत्वावधान में श्रीरामजन्मभूमि पर प्रधानमंत्री की गरिमामयी उपस्थिति में 22 जनवरी को प्रभु श्रीरामलला का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह संपन्न होना है। इसे लेकर संपूर्ण अयोध्या धाम, उत्तर प्रदेश व देश में उत्साह का माहौल है। कई शताब्दियों के बाद आने वाले इस पल के दर्शन कर श्रद्धालुओं को अंत:करण से आनंद की अनुभूति होगी। यह भारत के विश्वास व लोकआस्था, गौरव की पुर्नप्रतिष्ठा का कार्यक्रम है। सीएम ने विश्वास जताया कि अभी तक जैसे सभी कार्यक्रम सकुशल संपन्न हुए हैं, वैसे ही 22 जनवरी का कार्यक्रम भी ऐतिहासिक होगा। जनता व आमजनमानस के सहयोग, संतों के आशीर्वाद और रामलला की कृपा से इसे सकुशल संपन्न करने में सफल होंगे।
यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में पत्रकारों से बातचीत में कहीं। उन्होंने बताया कि समारोह की दृष्टि से अयोध्या में प्रशासनिक रूप से बाहर क्या व्यवस्थाएं हुई हैं। इसकी समीक्षा भी की गई है।
प्रदेश सरकार के मंत्रियों व स्थानीय प्रशासन ने सभी व्यवस्थाओं की कर ली तैयारी
सीएम ने कहा कि स्थानीय स्तर पर प्रशासन व प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने पहले से ही सभी व्यवस्थाओं की तैयारी कर ली है। बेहतर तालमेल के जरिए लोकल स्तर पर न्यास से समन्वय, सुविधा, ट्रैफिक, सुरक्षा आदि के जरिए 22 जनवरी के ऐतिहासिक कार्यक्रम को भव्यता, दिव्यता, सुरक्षित व सुव्यवस्थित तरीके से कराने की तैयारी पूरी कर ली गई है। शेष बचे कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा कर लिया जाएगा।
तीर्थ क्षेत्र न्यास की कार्ययोजना में सहयोग करेगी राज्य सरकार
सीएम ने कहा कि 22 जनवरी के बाद भी तीर्थ क्षेत्र न्यास की ओर से श्रीरामलला के दर्शन के लिए जो भी कार्ययोजना तैयार होगी, उसके अनुसार राज्य सरकार स्थानीय स्तर पर पूरा सहयोग करेगी। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को श्रद्धा के साथ दर्शन करने का अवसर प्राप्त हो, यह व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार पूरा सहयोग दे रही है। टेंट सिटी, धर्मशाला, होटल की भी समुचित व्यवस्था की गई है। लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी व प्रयागराज समेत अन्य शहरों से आने के लिए बेहतर ग्रीन कॉरिडोर की व्यवस्था की गई है, जिससे किसी को दिक्कत न हो। सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं को दिक्कत न हो, ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।
सीएम की अपील- पैदल कतई न आएं, सभी का दायित्व-अव्यवस्था की स्थिति न बने
सीएम ने कहा कि पांच सदी के बाद यह अवसर आया है, इसलिए हर किसी के मन में उमंग व उत्साह है। हर श्रद्धालु दर्शन करना चाहता है। जो भावनाएं आपके मन में हैं, वहीं हमारे मन में भी है। मेरी अपील है कि बेहतर तालमेल व समन्वय से दर्शन हो पाएगा। अयोध्या में किसी को भी परेशानी न होगी। भीषण शीतलहरी चल रही है। पैदल न आएं। हम जनपदों व राज्यों को व्यवस्था दे रहे हैं। तीर्थ क्षेत्र न्यास से चर्चा कर कार्ययोजना बनाएंगे। सीएम ने अनुरोध किया कि हम सभी का दायित्व है कि अव्यवस्था की स्थिति न बने।
राज्य सरकार तैयार कर रही योजना-किसी को नहीं होगी असुविधा
सीएम ने अपील की कि बिना प्रोग्राम के न आएं। धैर्य बनाकर अपनी बारी का इंतजार करें और यहां के कार्यक्रम के अनुरूप ही आएं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यहां व्यवस्था की जा रही है। किसी को असुविधा नहीं होगी। प्रदेश सरकार व स्थानीय प्रशासन के साथ लोकल स्तर पर व्यवस्था कर रहे हैं। प्रदेश में बीट प्रणाली लागू करने को कहा है, जो निचले स्तर तक लोगों से संवाद बनाकर लाने व व्यवस्थित रूप से दर्शन कराने में योगदान दे सके। लोकल स्तर पर राज्य से बसों की व्यवस्था की तैयारी कर रहे हैं। दर्शन कब कैसे और किस प्रकार होगा, यह प्रक्रिया न्यास तय करेगा और हम उसके अनुरूप व्यवस्था कर रहे हैं।
महज संयोग नहीं, देव योग की साक्षी बन रही है मौजूदा पीढ़ीः योगी आदित्यनाथ
-जगदगुरु रामानंदाचार्य पूज्य स्वामी रामभद्राचार्य के अमृत महोत्सव में सीएम योगी बोलेः हम सौभाग्यशाली हैं कि संघर्ष के साथ ही रामलला के विराजमान होने के बनेंगे साक्षी
-काशी हो या अयोध्या, प्रयागराज हो या चित्रकूट, बद्रीनाथ धाम हो या केदारनाथ धाम, महाकाल का महालोक हो या सोमनाथ का धाम आज सनातनियों की आस्था का हो रहा सम्मान
-सीएम का अयोध्यावासियों से आह्वानः हमें अयोध्या की ख्याति के अनुरूप ही मर्यादित आचरण कर देश-दुनिया से आने वाले आगंतुकों के समक्ष पेश करना होगा अनुपम उदाहरण
अयोध्या, 19 जनवरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को अयोध्या दौरे के दौरान एक ओर 22 जनवरी को होने वाले भव्य प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर तैयारियों का जायजा लेते दिखे वहीं, दूसरी ओर विभिन्न मंचों के जरिए उन्होंने लोगों से मर्यादित व संयमित उदाहरण प्रस्तुत कर अयोध्या की छवि को देश-दुनिया में ख्याति दिलाने का आह्वान भी किया। जगद्गुरू स्वामी रामभद्राचार्य के अमृत महोत्सव में शिरकत कर उन्होंने जय जय सीताराम के नारे का उद्घोष करते हुए कहा कि व्यासपीठ पर विराजमान जगतगुरू रामभद्राचार्य महाराज, दीदी मां साध्वी ऋतंभरा, कथाव्यास देवकीनंदन ठाकुर व सभी सम्मानित श्रद्धालुजन का मैं मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की इस पीवन धरा पर प्रदेश शासन की ओर से हृदय से अभिनंदन करता हूं। ये महज संयोग नहीं है बल्कि देवयोग से निर्धारित कार्यक्रम होगा कि जब पूज्य जगतगुरू रामभद्राचार्य जी के जन्मोत्सव का अमृत महोत्सव हो तो उसी अवसर पर प्रभु राम 5 शताब्दी की अपनी इस अवधि को विस्मृत कर अपनी इस जन्मभूमि पर विराजित हो रहे हों। प्रभु की कृपा के सिवाय इस प्रकार के देवयोग मिलने कठिन हैं। हमारी तो पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि हमने संघर्ष को नजदीक से देखा और आज अपने इस भौतिक चक्षु से न केवल प्रभु श्रीराम को अपने भव्य मंदिर में विराजमान होता देखत रहे हैं बल्कि एक नए भारत की नई अयोध्या का दर्शन भी हम सबको हो रहा है।
नेतृत्व अच्छा हो तो सर्वत्र दिखती है दिव्यता
सीएम योगी ने कहा कि जब नेतृत्व अच्छा होता है तो हमें यह दिव्य वाणी सुनने को मिलती है और सर्वत्र वह दिव्यता हमें देखने को मिलती है। यानी हम अगर अपने जीवन में जिम्मेदारियों का ईमानदारी पूर्वक निर्वहन करते हैं तो स्वतः प्रकृति व परमात्मा की कृपा कैसे बनती है, काशी हो या अयोध्या, प्रयागराज हो या चित्रकूट, बद्रीनाथ धाम हो या केदारनाथ धाम, महाकाल का महालोक हो या सोमनाथ का धाम सर्वत्र यह दर्शन आज सनातन धर्मावलंबियों को आज होते हुए दिखाई दे रहे हैं।
प्रभु श्रीराम के सिखाए मर्यादा-संयम के पाठ का हो पालन
22 जनवरी की ऐतिहासिक तिथि का सबको इंतजार है और मेरी विनम्र अपील होगाी आप लोगों से कि जगदगुरू के इस अमृत महोत्सव समारोह में आप सबको प्रभु श्रीराम की कथा श्रवण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। इतनी भीषण शीतलहरी में भी हजारों की संख्या में आकर प्रभु के चरित्र को जगदगुरू के श्रीमुख से श्रवण करके आप एक प्रकार की साधना ही कर रहे हैं। पूरी कथा में अगर आप देखेंगे तो पाएंगे कि प्रभु तो सर्व व्यापी हैं, सर्वेश्वर हैं उनके बगैर एक तिनका भी नहीं हिल सकता मगर जीवन में संयम और मर्यादा का क्या महत्व होता है यह पाठ भी प्रभु ने हम सबको सिखाया है। वह अयोध्या जो कई शताब्दियों तक उपेक्षा को झेलकर अपमान का दंश सही है, आज जब प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में एक नई अयोध्या के दर्शन हो रहे हैं तो देश-दुनिया नई अयोध्या आने के लिए उत्सुक और आतुर भी है। पूरे संयम के साथ पूरे मर्यादित तरीके के साथ हम सबको अयोध्या में सभी अतिथियों के स्वागत करने व रामलला के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हो ऐसी व्यवस्था बनानी पड़ेगी। कोई भी ऐसा कार्य न करें जिसे संयम व मर्यादा का उल्लंघन माना जाता हो। यह हम अवश्य ध्यान रखेंगे और मुझे पूरा विश्वास है कि आप सबकी सुभेच्छा से अयोध्या अपने नाम के अनुरूप अपने आप को साबित करेगी। मैं आज के अवसर पर जगदगुरू रामानंदाचार्य पूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी को उनके पावन जन्मोत्सव 'अमृत महोत्सव' के अवसर पर प्रदेश सरकार व प्रदेश की जनमानस की ओर से उनका हृदय से अभिनंदन करता हूं जीवेम शरदः शतम् के साथ उनके स्वास्थ्य व दीर्घायु होने की कामना करता हूं। लंबे समय तक उनका मार्गदर्शन व आशीर्वाद समस्त जनता समेत सनातन धर्मावलंबियों को प्राप्त हो ऐसी कामना करता हूं।
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