वाराणसी, 21 जुलाई 2023 : माफिया मुख्तार अंसारी पर आयकर विभाग का भी शिकंजा कसता जा रहा है। आयकर विभाग ने बेनामी संपत्तियों के मामले में बांदा जेल में मुख्तार अंसारी से लगभग घंटे पूछताछ की और उसके बयान दर्ज किए गए। सूत्रों का कहना है कि मुख्यार की 125 करोड़ रुपये की 23 बेनामी संपत्तियां जांच के दायरे में हैं।
आयकर विभाग के अधिकारियों के सामने चिन्हित बेनामी संपत्तियों उसकी होने से इनकार करता रहा। आयकर विभाग ने मुख्तार अंसारी की पत्नी अफ्शां अंसारी को भी लखनऊ व गाजीपुर के पतों पर नाेटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था, पर वह सामने नहीं आईं।
आयकर विभाग की पांच सदस्यीय टीम गुरुवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे बांदा जेल पहुंची और जेल कार्यालय में मुख्तार अंसारी को बुलाकर पूछताछ की गई। आयकर की टीम शाम लगभग 6:45 बजे जेल से बाहर निकली। इस दौरान आयकर के डिप्टी कमिश्नर के नेतृत्व में इंवेस्टीगेशन विंग के अधिकारियों ने मुख्तार से गाजीपुर, लखनऊ व अन्य शहरों में स्थित बेनामी संपत्तियों को लेकर पूछताछ की।
मुख्तार कई बेनामी संपत्तियों को लेकर गोलमोल जवाब देकर बचने का प्रयास करता रहा। मुख्तार से उसकी पत्नी अफ्शां को लेकर भी पूछा गया, जिस पर मुख्तार ने कहा कि वह वर्षाें से जेल में है। उसका पत्नी से लंबे समय से कोई संपर्क नहीं है।
आयकर विभाग ने 20 जून को मुख्तार अंसारी के करीबी कारोबारी गाजीपुर निवासी गणेशदत्त मिश्रा से भी पूछताछ की थी। गणेश दत्त माफिया मुख्तार के रियल एस्टेट के कारोबार को देखता था। गाजीपुर में आयकर विभाग ने अब तक मुख्तार अंसारी की चार बेनामी संपत्तियां जब्त की हैं।
जांच में सामने आया था कि मुख्तार अंसारी के करीबी गणेश दत्त मिश्रा के नाम से वर्ष 2017 में एक जमीन खरीदी गई थी, जिसकी वर्तमान में कीमत 12.10 करोड़ रुपये है। मुख्तार ने यह जमीन काली कमाई से अपने करीबी के नाम पर खरीदी थी। गाजीपुर पुलिस ने इस मामले में पूर्व में कुर्की भी की थी। मुख्तार अंसारी के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच कर रहा है।
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