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सारी मम्मी-पापा मैं डाक्टर नहीं बन सकी' लिख, 9वीं मंजिल से कूदी MBBS की छात्रा


लखनऊ, 19 फरवरी 2023 : लखनऊ के अमौसी स्थित टीएस मिश्रा मेडिकल कालेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा ने हास्टल के नौवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। छात्रा के कमरे से पुलिस ने सुसाइड नोट बरामद किया है। छात्रा मेडिकल की पढ़ाई नहीं करना चाहती थी। इसको लेकर वह दबाव में थी। छात्रा मानसिक रूप से परेशान थी, जिसका इलाज भी चल रहा था। नोट में छात्रा ने लिखा है कि सारी मम्मी पापा, मैं डाक्टर नहीं बन सकी।

टीएस मिश्रा मेडिकल कालेज में थी प्रथम वर्ष की छात्रा

बिहार के पटना में कैपिटल कोचिंग, एनएस अशोक राजपथ निवासी कौशल किशोर की बेटी मृणाल सिंह ने टीएस मिश्रा मेडिकल कालेज में सत्र 2022-23 में एमबीबीएस में दाखिला लिया था। वह गर्ल्स हास्टल में ही रह रही थी। शुक्रवार सुबह चीख सुनकर हास्टल की छात्राओं ने बाहर निकलकर देखा तो मृणाल फर्श पर लहूलुहान पड़ी थी। मेडिकल कालेज में ही डाक्टरों की टीम ने छात्रा का इलाज किया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। अस्पताल प्रशासन ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। एसीपी कृष्णानगर विनय कुमार द्विवेदी ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की।

नौवीं मंजिल पर रहती थी मृणाल

एसीपी के मुताबिक छात्रा हास्टल में नौवीं मंजिल पर रहती थी। प्रारंभिक जांच में हास्टल की बालकनी से छात्रा के कूदने की बात सामने आई है। मृणाल की मां कालेज से कुछ दूरी पर किराए पर कमरा लेकर बेटी की देख भाल के लिए रहती हैं। वहीं, पिता कौशल किशोर पटना में काेचिंग चलाते हैं। पुलिस मृणाल के पिता के लखनऊ आने का इंतजार कर रही है। कौशल के आने के बाद शव परिवारजन को सौंप दिया जाएगा। पुलिस ने छात्रा का कमरा सील कर दिया है। कालेज प्रबंधन ने पुलिस को बताया है कि कुछ दिन से छात्रा मानसिक तनाव में थी।

बेटी की मौत की खबर सुनकर मां हुई बेहोश

उधर, मृणाल की मौत की खबर मिलते ही उसकी मां बेहोश हो गईं। पुलिस ने मृणाल की मां को अस्पताल में भर्ती कराया है। देर रात तक कौशल लखनऊ पहुंचेंगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में छात्रा के शरीर के कई हिस्सों में चोट मिले हैं। हड्डियां टूटी हुई हैं। सिर में भी चोट है।नोट में लिखा, नर्क हो गया है यहां रहना पुलिस के मुताबिक मृणाल ने सुसाइड नोट में लिखा है कि (लिविंग हीयर हैज बिकम अ हेल) यहां रहना नर्क हो गया है। मुझे मेडिकल की पढ़ाई नहीं करनी थी। दबाव बनाकर पढ़ाई करवा रहे थे। पढ़ाई के लिए डांटा जाता था। सारी, मम्मी पापा मैं डाक्टर नहीं बन सकी। मुझे माफ कर देना। एसीपी कृष्णानगर के मुताबिक इस मामले में परिवारजन कुछ भी नहीं बोल रहे हैं।

मृणाल को घर से लेकर चार दिन पहले आई थीं मां

मृणाल की मौत की सूचना मिलते ही पिता कौशल किशोर सड़क मार्ग से लखनऊ के लिए रवाना हो गए। मृणाल के पिता कैपिटल कोचिंग नामक संस्थान चलाते हैं। वह खुद भी शिक्षक हैं। परिवार के करीबियों ने बताया कि मृणाल की मां अमरलता सिन्हा घर से चार दिन पहले बेटी को लेकर लखनऊ छोड़ने गई थीं। तब से वह लखनऊ में ही रुकी हैं। मृणाल के पिता घर पर अकेले थे। मृणाल की छोटी बहन कोटा में रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी करती है। दो बेटियों में मृणाल बड़ी थीं। मृणाल पढ़ाई में अव्वल थी।

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