ज्योतिषाचार्य मृत्युंजय ओझा -
जैसे कि आजकल देश अर्थव्यवस्था और कोरोना महामारी के साथ साथ चीन और नेपाल के साथ सीमा विवाद के लिए जूझ रहा है , तो अब ये जानना दिलचस्प होगा कि आनेवाले समय में ज्योतिष के अनुसार ग्रहों के गोचर का क्या प्रभाव रहेगा।
बीती 29 जून से देवगुरु बृहस्पति वापस धनु राशि में आ गए हैं और सितम्बर 2020 तक वक्री रहेंगे। धनुराशि भारतवर्ष की कुंडली में अष्टम भाव में स्थित है और देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि भारत वर्ष की कुंडली के बारहवें भाव में पड़ेगी जो विदेश सम्बन्ध का है। दूसरा भाव जो धन का भाव है और चौथा भाव जो की देश की आम जनता का भाव है, पर पड़ेगी। चूंकि ये गोचर नवम्बर तक रहेगा और गुरु सितम्बर तक वक्री भी रहेंगे तो हम कह सकते हैं देश के लिए सीमा विवाद, आर्थिक स्थिति और कोरोना महामारी को लेकर थोड़ी मदद जरुरी मिलेगी लेकिन कहीं न कहीं से बड़ा परिवर्तन सितंबर के बाद ही मिलने की उम्मीद है।
अभी जो हाल में ही 21 जून को सूर्यग्रहण हुआ था और 5 जुलाई को चन्द्रग्रहण हुआ है, इसके प्रभाव के कारण भी सीमा विवाद और कोरोना को लेकर तत्काल अच्छे संकेत नहीं हैं। ये गोचर देश और दुनिया को मानसिक रूप जैसे गलत निर्णय लेना और सीमा विवाद बढ़ना, प्राकृतिक आपदाओं जैसे तूफ़ान , भूकंप , दुर्घटना इत्यादि बढ़ाने वाला होगा। इन गोचर का प्रभाव आने वाले सितम्बर तक रहेगा।
आनेवाली 12 जुलाई से, अर्थव्यवस्था, दूरसंचार और बैंकिंग मामलो के कारक ग्रह बुध वक्री से मार्गी हो रहे हैं। जो भारत की कुंडली के आर्थिक मामलो के दूसरे भाव में है और राहू वहां पहले ही विराजमान है। ये एक शुभ संकेत है। सीमा विवाद की बातचीत के लिए और देश की अर्थव्यवस्था के लिए , उम्मीद है की कुछ अच्छे समाचार मिल सकते हैं। हांलाकि इन मामलों में अभी सितम्बर तक कुछ बड़ा उम्मीद करना मुश्किल है।
16 जुलाई को सूर्य देव राहु केतु के प्रभाव से मुक्त होकर कर्क राशि में चले जायेंगे। ये गोचर भी कोरोना के मामले में मददगार साबित होगा और सीमा विवाद पर भी ये गोचर भारत की मदद करेगा , भारत इसके बाद बड़े निर्णय ले सकता है।
अगर हम आम जनता की बात करें तो धनु , मकर , मिथुन और कर्क राशि /लग्न वालों के लिए समय जुलाई में अनुकूल नहीं रहेगा। इन लोगों को गुरुवार को मंदिर में भोजन,खाने पीने की वस्तु या धन का दान करना चाहिए। किसी बड़ी राशि का भुगतान करते हुए ध्यान रखने की जरुरत है। सोशल मीडिया में अपने व्यवहार ,पासवर्ड और प्राइवेसी को लेकर ध्यान रखना चाहिए।
बात राशि और लग्न की
मेष , वृषभ , सिंह , कन्या और मीन राशि/लग्न वालों के लिए समय अच्छा रहना चाहिए और बाकी की राशि/ लग्न तुला , वृश्चिक , धनु और कुम्भ के लिए ये समय औसत रहेगा लेकिन स्वास्थ्य में कुछ समस्याएं हो सकती हैं।
सभी राशि के लोगों को उपाय के तौर पर शनिवार और रविवार को खाने पीने की चीजों का दान करना चाहिए और गरीब लोगों की यथासम्भव मदद करनी चाहिए।
(लेखक ज्योतिषशास्त्र के विशेषज्ञ हैं और टीवी चैनल्स पर ज्योतिष सम्बन्धी कार्यक्रमों में भाग लेते रहते हैं)
टीम स्टेट टुडे
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