नई दिल्ली, 17 जनवरी 2022 : बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तमाम पदाधिकारियों को संबोधित किया। उनके स्पीच को मार्गदर्शन वक्तव्य कहा गया है। पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान कहा कि भारत का सबसे अच्छा युग आ रहा है, हमें इसके विकास के लिए खुद को समर्पित करने की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा अब केवल राजनीतिक आंदोलन नहीं बल्कि सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों को बदलने के लिए काम करने वाला एक सामाजिक आंदोलन भी है। इससे पहले मंगलवार को हुए भाजपा कार्यकारिणी बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में जेपी नड्डा का कार्यकाल जून 2024 तक बढ़ाया जाए।
पीएम का संबोधन नई राह दिखाने वाला था: देवेंद्र फडणवीस
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पीएम मोदी के संबोधन की ज्यादा जानकारी देते हुए बीजेपी नेता व महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी का उद्बोधन प्रेरक भी था, दिशा दर्शक भी था और नई राह दिखाने वाला था। उन्होंने कहा कि अपने जीवन का क्षण-क्षण भारत की विकास गाथा में लगाएं। इस 'अमृत काल' को 'कर्तव्य काल' में परवर्तित करने से ही देश को आगे ले जाया जा सकता है।'
पीएम मोदी ने कहा- 'धरती बचाओ अभियान' चलाने की जरुरत
फडणवीस ने आगे बताया, 'प्रधानमंत्री जी ने कहा कि आकांक्षी जिलों के विकास में भी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की भूमिका हो। इसके अतिरिक्त हमारे सभी राज्य एक दूसरे के साथ समन्वय बढ़ाते हुए भावनात्मक रूप से जुड़ें। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि जिस प्रकार से हमने बेटी बचाओ अभियान को सफल बनाया उसी प्रकार से धरती बचाओ अभियान भी चलाना होगा।' बैठक को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि फर्टिलाइजर की अधिकता के कारण जलवायु परिवर्तन और धरती माता पर पड़ने वाले परिणामों को कम करने की आवश्यकता है।
पीएम मोदी का भाषण एक स्टेट्समैन का भाषण था: फडणवीस
फडणवीस के मुताबिक, पीएम मोदी ने आगे कहा 'अमृत काल' को 'कर्तव्य काल' में परवर्तित करने से ही देश को आगे ले जाया जा सकता है। ज्ञात हो कि भारत की आजादी के 75 वर्ष से 100 वर्षों तक के सफर को प्रधानमंत्री अक्सर ‘अमृत काल’ कहते हैं।
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने भाजपा के विभिन्न मोर्चों को सीमाई क्षेत्रों में अपने कार्यक्रम करने, आकांक्षी जिलों के विकास में योगदान देने, काशी-तमिल संगमम की तर्ज पर अन्य भाषाओं से जुडे़ कार्यक्रमों का आयोजन करने और पार्टी के प्राथमिक सदस्यों का जिलेवार सम्मेलन करने का सुझाव दिया। फडणवीस ने कहा, 'यह कोई राजनीतिक भाषण नहीं था। उनका भाषण एक स्टेट्समैन का भाषण था।’
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