लखनऊ, 22 दिसम्बर 2022 : कोरोना के नए वैरिएंट से बचाव के लिए यूपी सरकार सतर्क हो गई है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना जांच को बढ़ाया जाए और टीके की सतर्कता डोज लगाने में भी तेजी लाई जाए। अभी तक 17.69 करोड़ लाेगों ने टीके की पहली, 16.88 लोगों ने दूसरी डोज लगवाई है। दोनों डोज लगवाने वाले लोगों में से 4.48 करोड़ लोगों ने यानी 30 प्रतिशत ने सतर्कता डोज लगवाई है। ऐसे में अब इसमें तेजी लाई जाए। योगी ने बदली हुई परिस्थितयों पर सूक्ष्मता से नजर रखने और राज्य स्तरीय स्वास्थ्य सलाहकार समिति के परामर्श के अनुसार आगे की रणनीति तय करने के निर्देश दिए।
अपने सरकारी आवास पर आयोजित टीम-9 की बैठक में योगी ने कहा कि कोरोना पाजिटिव लोगों के सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई जाए। भारत सरकार द्वारा निर्धारित लैब में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए अधिक से अधिक सैंपल भेजे जाएं। उन्होंने कहा कि जिलों में इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर (आइसीसीसी) को फिर से सक्रिय किया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्र जहां बीमार-वहीं उपचार की भावना के अनुसार ग्राम प्रधान, आशा वर्कर, एएनएम, व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मदद लेकर कोरोना के लक्षण वाले लोगों को चिन्हित किया जाए और उपचार कराया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट के साथ-साथ टीके की रणनीति सफल सिद्ध हुई है। उसी के अनुसार आगे रणनीति बनाई जाए।
मरीज हुए स्वस्थ, अब 62 कोरोना रोगी
योगी ने कहा कि प्रदेश में बीते 24 घंटे में 27,208 लोगों की जांच की गई और इसमें से एक भी कोरोना का मरीज नहीं मिला है। वहीं 33 मरीज कोरोना मुक्त हुए हैं। अब कोरोना रोगियों की कुल संख्या 62 रह गई है। पाजिटिविटी रेट 0.01 प्रतिशत है। रिकवरी रेट 98.9 प्रतिशत है।
विशेषज्ञ चिकित्सकों के नए पद करें सृजित
योगी ने कहा कि चिकित्सा संस्थानों में विशेषज्ञ डाक्टरों के नए पद सृजित किए जाएं। पुराने पदों में कोई कटौती न की जाए। यह कार्य शीर्ष प्राथमिकता के साथ किया जाए। डाक्टरों की कमी किसी भी कीमत पर न हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी गुणवत्ता के साथ कम कीमत पर दवाएं उपलब्ध हों। प्रदेश में जीवन रक्षक दवाओं की कमी न हो। उप्र मेडिकल सप्लाईज कारपाेरेशन लिमिटेड अपनी कार्य पद्धति में सुधार लाए। उपमुख्यमंत्री अपने स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करें।
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