लखनऊ, 17 अक्टूबर 2022 : उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचारतथा कार्य मेंशिथिलता व लापरवाहीके मामले योगीआदित्यनाथ सरकार का एक्शनजारी है। चिकित्साएवं स्वास्थ विभागमें लापरवाही केमामले में डिप्टीसीएम ब्रजेश पाठक (Dy CM Brajesh Pathak) का एक्शन भी बेहदसख्त है।
ब्रजेश पाठक नेसोमवार को एकमुख्य चिकित्सा अधीक्षक (चीफ मेडिकल सुपरिटेंडेंट) CMS के साथ हीदो चिकित्सकों कोभी निलंबित कियाहै। इनके खिलाफप्रशासनिक कार्यों में लापरवाहीव पर्यवेक्षणीय दायित्वोंमें शिथिलता केमामले सामने आएहैं।
उप मुख्यमंत्रीब्रजेश पाठक नेकहा कि लापरवाहीव पर्यवेक्षणीय दायित्वोंमें शिथिलता केमामले में द्वाराजिला चिकित्सालय, कानपुरदेहात के मुख्यचिकित्सा अधीक्षक डॉ राजेंद्रप्रसाद गुप्ता को तत्कालप्रभाव से निलंबितकर परिवार कल्याणनिदेशालय में संबद्धकर दिया गयाहै। आइसीयू संचालनके डेढ़ माहबाद भी एकमरीज भर्ती नहोने, मरीजों कोरेफर करने वइमरजेंसी में दलालोंकी दखल होनेसमेत कई चीजोंको वह संभालन सके। इसकेचलते ही उनपर कार्रवाई कीगई है।
सीएमएस डा. राजेंद्रप्रसाद गुप्ता को करीबपांच माह पहलेयहां का चार्जमिला था। कुछदिन ड्यूटी केबाद वह अवकाशपर चले गएथे और करीबडेढ़ माह बादलौटकर आए थे।इस दौरान जिलाअस्पताल में डाक्टरहो चाहे कर्मीसभी अपनी मनमानीजारी रखे थे।वह उन परनियंत्रण नहीं करपा रहे थे।डेढ़ माह पहलेआइसीयू का संचालनकिया गया थालेकिन एक भीमरीज भर्ती नहींहुआ था। वहींयह हाल तबथा जब इमरजेंसीसे मरीज कानपुररेफर हो रहेथे साथ हीयहां से नर्सिंगहोम भी जारहे थे। कईबार जिला प्रशासनने औचक निरीक्षणकिया तो व्यवस्थासही नहीं मिली।उनको निलंबित करलखनऊ स्वास्थ्य निदेशालयसे संबद्ध कियागया है।
डिप्टी सीएम ब्रजेशपाठक ने भदोहीके ज्ञानपुर मेंमहाराजा चेत सिंहजिला चिकित्सालय मेंइलाज के अभावमें हुयी एकमहिला के मृत्युसे संबंधित उत्तरदायीदो चिकित्सकों कोतत्काल प्रभाव से निलंबितकरने का आदेशदिया है। इसदोनों चिकित्सकों कोमहिला का इलाजमें लापरवाह मानागया था। इसकेसाथ ही फर्रुखाबादके क़ायमगंज तहसीलअंतर्गत सरकारी अस्पताल मेंअव्यवस्थाओं संबंधी सोशल मीडियापर वायरल खबरका संज्ञान लेतेहुए सीएमओ फर्रुखाबादतीन दिन केअंदर रिपोर्ट उपलब्धकराये जाने केआदेश दिये हैं।
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