नई दिल्ली, 8 सितंबर 2022 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्तव्य पथ का बृहस्पतिवार शाम को उद्घाटन कर दिया। पुनर्विकास से यह जगह अब काफी सुंदर दिखाई दे रही है। इसके फोटो और वीडियो सामने आए हैं। यहां घूमने आने वाले लोगों के कई सुविधाएं मिलेंगी, जो आपको पहले नहीं मिलती थीं।
इंडिया गेट से लेकर राष्ट्रपति भवन को सेंट्रल विस्टा एवेन्यू कहते हैं, इसे राजपथ भी कहा जाता था। इसका अब नाम बदलकर कर्तव्य पथ कर दिया गया है। पीएम मोदी ने बृहस्पतिवार शाम को इसका उद्घाटन कर दिया। कर्तव्य पथ की कुल लंबाई तीन किमी से ज्यादा है।
नेताजी की प्रतिमा का किया अनावरण
प्रधानमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का अनावरण कर दिया। पीएमओ के अनुसार ग्रेनाइट से बनी यह प्रतिमा स्वतंत्रता संग्राम में नेताजी के योगदान के लिए उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी और देश के उनके प्रति ऋणी होने का प्रतीक होगी।
सेंट्रल विस्टा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। दिसंबर 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने नए भवन की आधारशिला रखी थी। पिछले महीने उन्होंने इमारत की छत पर बने राष्ट्रीय चिह्न का अनावरण किया था। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड नए संसद भवन का निर्माण कर रहा है। इस परियोजना पर 971 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
नए प्रोजेक्ट में लोकसभा और राज्यसभा के लिए एक-एक बिल्डिंग होगी, मंत्रालय के कार्यालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय, प्रधानमंत्री आवास, उप राष्ट्रपति आवास शामिल हैं। नए संसद भवन एवं सेंट्रल विस्टा की अन्य नई इमारतों के निर्माण पर वर्ष 2026 तक कुल 20 हजार करोड़ रुपये खर्च होने हैं।
कर्तव्य पथ यानी सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के बारे में-
यहां अभी कार पार्किंग के लिए सुविधा फ्री रहेगी। यहां पर 1125 कार और 40 बसें पार्क की जा सकेंगी।
कर्तव्य पथ करीब तीन किलोमीटर लंबा है और यहां पर 4,087 पेड़ हैं।
यहां पर 114 आधुनिक इंडिकेटर हैं और सुविधा के लिए आकर्षक 900 से अधिक लाइटें लगाई गई हैं।
8 सुविधा खंड भी बनाए गए हैं, जिसके इसका क्षेत्रफल 1,10,457 वर्ग मीटर है।
कर्तव्य पथ पर 6 नए पार्किंग स्थल बने हैं और यहां 6 वेंडिंग जोन बने हैं। हर वेडिंग जोन में 40-40 वेंडरों को जगह दी जाएगी।
कर्तव्य पथ के किनारे 19 एकड़ में फैली नहर को फिर से विकसित किया गया है। जहां बोटिंग की सुविधा होगी।
15.5 किमी तक फैले नए लाल ग्रेनाइट पैदल मार्ग बनाए गए हैं, जो बजरी रेत की जगह ले रहे हैं।
कर्तव्य पथ पर 987 कंक्रीट के बने मोटे खंभे लगे हैं।
इसमें 1,490 मैनहोल बने हैं। लोगों के लिए 4 पैदल यात्री अंडरपास बने हैं।
यहां पर कुल 422 बेंच हैं जो लाल ग्रेनाइट से बनी हैं।
1580 लाल-सफेद बलुआ पत्थर के बोलार्ड्स बने हैं।
कूड़े के लिए 150 डस्टबिन लगाए गए हैं।
रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर किया गया था लोक कल्याण मार्ग
इससे पूर्व पीएम आवास तक जाने वाली सड़क का नाम रेसकोर्स रोड से बदलकर लोक कल्याण मार्ग किया गया था। बता दें, बिटिश काल में राजपथ किंग्सवे के नाम से जाना जाता था। आजादी के बाद वर्ष 1955 में केंद्र सरकार ने इसका नाम किंग्सवे से बदलकर राजपथ कर दिया था और इसके नजदीक से जो सड़क होकर गुजरती है, उसका नाम जनपथ है।
चार मंजिला नए संसद भवन में 6 प्रवेश द्वार
नया संसद भवन कुल 64,500 वर्ग मीटर एरिया में बन रहा है। यह इमारत 4 मंजिला होगी। नए संसद भवन को बनाने में कुल 971 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। नए संसद भवन में जाने के 6 रास्ते होंगे। एक एंट्रेंस पीएम और प्रेसिडेंट के लिए होगा। एक लोकसभा के स्पीकर, एक राज्य सभा के चेयरपरसन, सांसदों के प्रवेश के लिए 1 एंट्रेंस और 2 पब्लिक एंट्रेंस होगा।
लोकसभा चैंबर में एक साथ बैठ सकेंगे 1224 सदस्य
नए संसद भवन में कुल 120 आफिस होंगे। जिसमें कमिटी रूम, मिनिस्ट्री आफ पार्लियामेंट्री अफेयर्स के आफिस, लोक सभा सेक्रेट्रिएट, राज्य सभा सेक्रेट्रिएट, पीएम आफिस आदि होंगे। इसमें सेंट्रल हाल नहीं होगा। लोकसभा चैंबर 3015 वर्ग मीटर एरिया में बना होगा। इसमें 543 सीट की जगह 888 सीट होगी। ज्वॉइंट सेयान के दौरान लोकसभा चैंबर में 1224 सांसद एकसाथ बैठ सकेंगे।
राज्यसभा में एक साथ बैठ सकेंगे 384 सदस्य
राज्य सभा कुल 3,220 वर्ग मीटर एरिया में बनेगा। इसमें 245 की जगह 384 सीट होगी। नए भवन के आफिसों में पेपरलेस काम किया जाएगा। इसमें सांसदों के लिए लाइब्रेरी, लॉन्ज, डाइनिंग एरिया भी होगा। इसमें पार्किंग भी आधुनिक तकनीकी वाला होगा।
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