लखनऊ, 14 सितंबर 2022 : भारत निर्वाचन आयोग नेदेशभर के जिन 339 पंजीकृत गैर मान्यताप्राप्त राजनीतिक दलों केखिलाफ कार्रवाई कीहै उनमें 131 उत्तरप्रदेश के हीहैं। आयोग नेकागजी पाए गएउत्तर प्रदेश के 20 राजनीतिक दलों कोडी-लिस्ट यानीसूची से बाहरकिया है। इसकेसाथ ही उत्तरप्रदेश के 111 दलों कोनिष्क्रिय घोषित किया गयाहै। ये दलअब चुनाव चिह्नआवंटन की सुविधाका फायदा नहींउठा पाएंगे। सूचीसे बाहर किएगए दलों नेचुनाव आयोग कोचंदा, इनकम टैक्ससमेत कोई भीब्योरा नहीं दियाथा।
उत्तर प्रदेश केजिन दलों कोसूची से बाहरकिया गया हैउनमें शोषित समाजअधिकार पार्टी, संपूर्ण क्रांतिदल, राष्ट्रीय जनताजनार्दन पार्टी, राष्ट्रीय एकताविकास पार्टी, राष्ट्रीयअग्रणीय दल, राष्ट्रवादीस्वर्ण एकता पार्टी, कामगार समाज दल, जन शांति संगठन, जन लोकमत पार्टी, हिंदुस्तान पीपुल्स पार्टी (राजपाल), हिंदुस्तान एक्शन पार्टी, हरितप्रदेश पार्टी, भारतीय जनसनमति पार्टी, भारतीयहिंद एकता दल, भारतीय समाज कल्याणपार्टी भारत, भारतीय राष्ट्रीयजनहित पार्टी, भारतीयपूर्वांचल पार्टी, भारतीय लोककल्याण दल, भारतीयजन किसान पार्टीव अति पिछड़ाजन दल शामिलहैं। इन पार्टियोंने पिछले कईचुनाव में अपनेप्रत्याशी तक नहींउतारे थे।
इसके अलावाप्रदेश के 111 दल निष्क्रियघोषित किए गएहैं। इनमें युवाजनक्रांति पार्टी, विकासशील समाजपार्टी, उत्तर प्रदेश यूनाइटेडडेमोक्रेटिक फ्रंट, उज्ज्वल राष्ट्रपार्टी, स्वराष्ट्र जन पार्टी, स्वराज पार्टी-यश (सुभाषचंद्र बोस), सुखीसमाज पार्टी, सोशलिस्टपार्टी सेकुलर, शिक्षित बेरोजगारसेना, श्रेष्ठतम राष्ट्रपार्टी, शोषित समाज अधिकारपार्टी, सतयुग पार्टी, सर्वजनमहासभा, सार्वजनिक क्रांति पार्टी, संयुक्त समाज पार्टी, सनातन समाज पार्टी, सामाजिक न्याय पार्टी, सामाजिकइंसाफ पार्टी (राष्ट्रवादी), सद्भावना पार्टी, सब समानपार्टी, राष्ट्रीय सर्वजन समाजपार्टी, राष्ट्रीय संघर्ष पार्टी, भारतीय जन सेवापार्टी, बेस्ट क्लास पार्टी, अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण कांग्रेस पार्टी, अहिंसा दल, मोमिनकांफ्रेंस आदि प्रमुखहैं।
बता देंकि चुनाव सुधारकी दिशा मेंतेजी से जुटेचुनाव आयोग नेलगातार चेतावनी के बादभी नियमों कापालन न करनेपर करीब 339 पंजीकृतगैर-मान्यता प्राप्तराजनीतिक दलों केखिलाफ फिर डंडाचलाया है। इनमेंसे करीब 259 राजनीतिकदलों को निष्क्रियघोषित कर दियाहै, जबकि 86 दलोंके नाम पंजीकृतगैर-मान्यता प्राप्तदलों की सूचीसे हटा दियाहै। फिलहाल जिनदलों के खिलाफकार्रवाई की गईहै, उनमें सेबड़ी संख्या मेंपार्टियां उत्तर प्रदेश, दिल्लीऔर बिहार कीहैं।
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