ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत ने राम मंदिर शिलान्यास के संबंध में बता दी ये महत्वपूर्ण बातें

आने वाली 05 अगस्त को दुनिया भर के राम भक्तों का वो सपना पूरा होने जा रहा है जिसके लिए उनकी आंखे बरसों से इंतजार पर इंतजार करती रही। अब इंतजार की घड़ियां समाप्त होने वाली हैं। अगस्त में राम मंदिर निर्माण का पहला चरण शुरु होने जा रहा है। इस शुभारंभ के मुहु्र्त को लेकर विद्वानों और ज्योतिषशास्त्र के जानकारो में कुछ भ्रातियां और मतभेद भी दिखाई दे रहे हैं लेकिन स्टेट टुडे की टीम ने हमेशा की तरह देश के जाने माने विख्यात और विश्वसनीय ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसुत जी से इसको लेकर चर्चा की तो बेहद ही रोचक जानकारियां सामने आईं।
देवर्षि विभोर इंदुसुत के मुताबिक फिलहाल श्री राम मंदिर के आरंभ के मुहूर्त को लेकर काफी विवाद सामने आ रहे हैं। श्री राम मंदिर निर्माण का शुभारंभ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के हाथों से 5 अगस्त को दिन में 12 से 12.30 के मध्य होगा।

सर्वप्रथम अभी श्रावण मास चल रहा है, वास्तु के अनुसार वैशाख, श्रावण, भाद्रपद, कार्तिक, मार्गशीर्ष और फाल्गुन इन चंद्रमासों में निर्माण आरंभ शुभ होता है। इनके अलावा अन्य चंद्रमास अशुभ होने के कारण निषिद्ध कहे गये हैं। वैशाख में गृहारंभ करने से धन धान्य, पुत्र तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है। श्रावण में धन, पशु और मित्रों की वृद्धि होती है। कार्तिक में सर्वसुख। मार्गशीर्ष में उत्तम भोज्य पदार्थों और धन की प्राप्ति। फाल्गुन में गृहारंभ करने से धन तथा सुख की प्राप्ति और वंश वृद्धि होती है। किंतु उक्त सभी मासों में मलमास का त्याग करना चाहिए।
इसके अलावा जब नींव पूजन होगा तब अभिजीत मुहूर्त भी उपस्थित होगा। लग्न कुंडली के अनुसार उस समय तुला लग्न चल रहा होगा साथ ही चतुर्थ भाव में स्वग्रही शनि होंगे । दशम भाव में दिग्बली सूर्य भाग्येश बुध के साथ बैठे हैं.. अर्थात "श्री राम मंदिर" इतना भव्य बनेगा जिसकी कल्पना शायद वर्तमान में की भी नहीं जा सकती। आने वाले समय में विश्व का सबसे प्रसिद्ध व सबसे ज्यादा भक्तों का आगमन इसी मन्दिर हुआ करेगा। आने वाली पीढ़ियों हमारी विरासत पर गर्व होगा। दशमेश चन्द्रमा पंचम स्थान पर बैठकर अत्यंत शुभता प्रदान कर रहे हैं। नवम स्थान पर शुक्र व राहु की युति बनने वाले श्री राम मंदिर की भव्यता को बता रही है।
अंतिम धर्म कारक गुरु व आध्यात्मिक ग्रह केतु की युति से श्री राम मंदिर के दर्शन मात्र से ज्ञान व मोक्ष की प्राप्ति होगी।
आप देखियेगा श्री राम मन्दिर के मुहूर्त मात्र से ही पूरे विश्व में भारत का नाम गूंजेगा, 5 अगस्त का यह दिन उत्सव की दृष्टि से अभूतपूर्व रहेगा।
टीम स्टेट टुडे