लखनऊ, 21 सितंबर 2023 : चिनहट में जिस सड़क पर मुख्यमंत्री को गढ़ढे मिले उसे दुरुस्त करने के लिए डीएम सूर्यपाल गंगवार ने तीन दिन पहले ही लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए थे। पीडब्ल्यूडी ने कुछ गढ्ढों को भरा और बाकी को एनएचएआई का क्षेत्राधिकार बताकर ऐसे ही छोड़ दिया।जर्जर सड़कों पर मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद आज जब डीएम ने बैठक बुलाई तो इसके लिए पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराते दिखे।
डीएम ने पीडब्ल्यूडी के अफसरों से पूछा जब मैने गढ्ढों को भरने के निर्देश दिया था तो काम पूरा क्यों नहीं हुआ? सीमा विवाद क्यों हुआ और प्रशासन को सूचित क्यों नहीं किया? इस पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी बगले झांकने लगे। डीएम ने अफसरों को कड़ी फटकार लगाते हुए दीपावली तक सभी गढ्ढों को भरने के निर्देश दिया।
डीएम ने पीडब्ल्यूडी को गढ्ढा मुक्ति अभियान के लिए नोडल विभाग बनाया जो नगर निगम, एलडीए, एनएचएआई से समन्वय स्थापित कर पैच वर्क करेंगे। तीन दिन में विभाग सभी गढ्ढों की सर्वे कर रिपोर्ट देगा। डीएम ने कहा गढ्ढों को भरने के लिए कंट्राेल रूम स्थापित किया जा रहा है एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाएगा। सभी विभागों के अधिकारी कंट्रोल रूम में शिकायतों का निस्तारण करेंगे।
गढ्ढों को भरने की पूरी जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी की होगी मंडलायुक्त नाराज, कहा दो दिन में दें रिपोर्ट मुख्यमंत्री की खराब सड़कों पर नाराजगी के बाद प्रशासिनक अफसर भी सक्रिय हैं। मंडलायुक्त डा रोशन जैकब ने दो दिनों के भीतर सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने कहा जो भी इस कार्य में लापरवाह मिला उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। मंडलायुक्त ने कहा सभी कार्यदायी संस्थाएं अपने-अपने क्षेत्र में कार्यों के लिए जिम्मेदार होगी। जहां पर भी खोदाई या दूसरे निर्माण कार्य चल रहे हैं वहां पर भी सड़कों को सही रखें।
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